फनीश्वरनाथ वाक्य
उच्चारण: [ fenishevrenaath ]
उदाहरण वाक्य
- फनीश्वरनाथ रेणु, लक्ष्मीनारायण सुधांशु, जनार्दन झा द्विज, वफा मलिकपुरी, अनुपलाल मंडल व गंगानाथ सिंह जैसे विद्वान राष्ट्रीय फलक पर चर्चित रहे।
- सामाजिक हैसियत, जातिगत व्यवस्था और अमीरी-गरीबी के तमाम विभाजनों से अलग नहीं थी फनीश्वरनाथ रेणु की दुनिया, फिर भी सबको अपने क्यों लगते हैं रेणु.
- फनीश्वरनाथ रेणु जी अपनी कहानी “पंचलाइट” में कितनी सुन्दरता किन्तु सरलता के साथ दर्शा देते हैं कि मुनरी को गोधन से प्रेम हो चुका है, सिर्फ यह लिखकरः
- फनीश्वरनाथ रेणु जी अपनी कहानी “ पंचलाइट ” में कितनी सुन्दरता किन्तु सरलता के साथ दर्शा देते हैं कि मुनरी को गोधन से प्रेम हो चुका है, सिर्फ यह लिखकरः
- आंचलिक उपन्यासों की शुरुआत फनीश्वरनाथ रेनू के ‘ ' मैला अंचल '' से मानी जाती है और इसी यथार्थवादी आंचलिक साहित्य की यात्रा यहीं से होती हुई अब शिवमूर्ति, ज्ञानरंजन, संजीव आदि तक पहुँचती है |
- कभी औराही हिंगना पहुंच कर देखिए कि कैसे फनीश्वरनाथ रेणु ने अपने गप्पों को शीर्षक लगाकर हिंदी साहित्य में ' टटकेपन ' का अहसास कराया था.... टटकेपन का ‘ टीका ' बाद में, पहले औराही हिंगना की बा त.
- हीरामन के दोस्तों के नाम फनीश्वरनाथ रेणूजी ने जाने क्या सोचकर लालमोहर और पलटा रख दिया था, कि आज भी उस नाम का असर हैकि लालमोहर अपने नाम के अनुसार लाल रंग को अच्छा समझता है, कम्यूनिस्टों सी बातें करता है।
- वरुण कुमार तिवारी का आलेख-नागार्जुन के काव्य में मिथिला का लोकजीवन, कर्नल अजित दत्त का-रेणु की कहानियों पर फिल्में तो पठनीय है ही, साथ में फनीश्वरनाथ रेणु के पत्र मधुकर गंगाधर के नाम के अन्तर्गत रेणु जी के चार दुर्लभ पत्र अक्षरशः प्रकाशित हैं।
- फिर भी यहां के लोगों को इस बात का फख्र है कि यही वो जगह है, जहां फनीश्वरनाथ रेणु पैदा हुआ थे, अमीर-गरीब, अनपढ़-गंवार या फिर पढ़े-लिखे, सब के सब रेणु को उतना ही अपना मानते हैं जितना कि उनके बेटे पद्म पराग राय, अपराजित या फिर दक्षिणेश्वर.
- संवदिया के ताजे अंक में डा. वरुण कुमार तिवारी का आलेख-नागार्जुन के काव्य में मिथिला का लोकजीवन, कर्नल अजित दत्त का-रेणु की कहानियों पर फिल्में तो पठनीय है ही, साथ में फनीश्वरनाथ रेणु के पत्र मधुकर गंगाधर के नाम के अन्तर्गत रेणु जी के चार दुर्लभ पत्र अक्षरशः प्रकाशित हैं।