बंगाल प्रेसिडेंसी वाक्य
उच्चारण: [ bengaaal peresidenesi ]
उदाहरण वाक्य
- सन १९११ तक बंगाल प्रेसिडेंसी के अंतर्गत झारखण्ड और बिहार के प्रदेश थे उस समय राजकीय भासा बांग्ला ही थी.
- यहां तक कि बि ” टिश राज में बंगाल राज्य जैसा कुछ नहीं था, बल्कि इसे बंगाल प्रेसिडेंसी कहा जाता था.
- गौरतलब है कि बरतानवी हुकूमत ने 22 मार्च 1912 को बंगाल प्रेसिडेंसी से बिहार को अलग कर इसे पृथक राज्य का दर्जा दिया था।
- बिहार बंगाल प्रेसिडेंसी से कैसे अलग राज्य बना, इस प्रश्न के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को समझने के लिए 1870 के दशक में जाना आवश्यक है.
- बिहार बंगाल प्रेसिडेंसी से कैसे अलग राज्य बना, इस प्रश्न के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को समझने के लिए 1870 के दशक में जाना आवश्यक है.
- ब्रिटिश राजमें पहले संथाल परगना नाम से ही संयुक्त बिहार में एक जिला हुआ करता था जिसे 1855 में ब्रिटिशों ने जिला घोषित किया था और यह बंगाल प्रेसिडेंसी का हिस्सा हुआ करता था।
- प्राथमिक रूप से ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सेनाओं में बंगाल प्रेसिडेंसी के मुसलमानों को भर्ती किया गया था, जिसमें बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के मुस्लिम शामिल थे, तथा उंची जाति के हिन्दुओं को अवध के ग्रामीण मैदानों से भर्ती किया गया.
- प्राथमिक रूप से ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सेनाओं में बंगाल प्रेसिडेंसी के मुसलमानों को भर्ती किया गया था, जिसमें बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के मुस्लिम शामिल थे, तथा उंची जाति के हिन्दुओं को अवध के ग्रामीण मैदानों से भर्ती किया गया.
- प्राथमिक रूप से ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सेनाओं में बंगाल प्रेसिडेंसी के मुसलमानों को भर्ती किया गया था, जिसमें बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के मुस्लिम शामिल थे, तथा उंची जाति के हिन्दुओं को अवध के ग्रामीण मैदानों से भर्ती किया गया.
- यह बहुत प्रचारित नहीं है कि जब कॉलेज खोलने का निर्णय किया गया तो ब्रिटिश कम्पनी सरकार ने तय किया था कि बंगाल प्रेसिडेंसी में दो कॉलेज खोले जाएं-एक अंग्रेजी शिक्षा के लिए कलकत्ता में और एक संस्कृत शिक्षा के लिए तिरहुत अंचल में क्योंकि पारम्परिक संस्कृत शिक्षा केन्द्र के रूप में तिरहुत प्रसिद्ध था।