बड़े मियाँ छोटे मियाँ वाक्य
उच्चारण: [ bede miyaan chhot miyaan ]
उदाहरण वाक्य
- फिर हम कैसे और क्यों उम्मीद रखें कि कांग्रेस फिर से गांधीजी के आदर्शों और विचारों को अपनाएगी? बांकी राजनीतिक दलों का तो वही हाल है कि बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ छोटे मियाँ सुभानल्लाह।
- मंगलवार को बड़े मियाँ छोटे मियाँ फिल्म का शीर्षक गीत सुनवाया, मैंने प्यार किया फिल्म के ऐसे गीत की फरमाइश भी फ़ौजी भाइयों ने की जिसकी शायद ही पहले कभी फरमाइश की गई हो-मत रो मेरे दिल
- मंगलवार को बड़े मियाँ छोटे मियाँ फिल्म का शीर्षक गीत सुनवाया, मैंने प्यार किया फिल्म के ऐसे गीत की फरमाइश भी फ़ौजी भाइयों ने की जिसकी शायद ही पहले कभी फरमाइश की गई हो-मत रो मेरे दिल
- अब छोटों को केवल यह मानकर कि वे उम्र में छोटे हैं नजरअंदाज भी तो नहीं किया जा सकता-कई तो बड़ों के कान काटने में खूब अभ्यस्त होते हैं-बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ छोटे मियाँ सुभान अल्ला ह..
- राजपाल यादव ने पिछले कुछ वर्षों में हंगामा, भागमभाग और फिर हेरा फेरी जैसी कॉमेडी फ़िल्मों में काम किया है वहीं रज़्ज़ाक खान ने भी इश्क, बड़े मियाँ छोटे मियाँ और हसीना मान जाएगी समेत कई फ़िल्मों में यादगार हास्य किरदार निभाएँ हैं.
- राजपाल यादव ने पिछले कुछ वर्षों में हंगामा, भागमभाग और फिर हेरा फेरी जैसी कॉमेडी फ़िल्मों में काम किया है वहीं रज़्ज़ाक खान ने भी इश्क, बड़े मियाँ छोटे मियाँ और हसीना मान जाएगी समेत कई फ़िल्मों में यादगार हास्य किरदार निभाएँ हैं.
- बाद में बच्चन ने अपने अभिनय के कैरियर को संवारने का प्रयास किया जिसमें उसे बड़े मियाँ छोटे मियाँ से औसत सफलता मिली और सूर्यावंशम, से सकारात्मक समीक्षा प्राप्त हुई लेकिन ये मान लिया गया कि बच्चन की महिमा के दिन अब समाप्त हुए चूंकि उनके बाकी सभी फिल्में जैसे 'लाल बादशाह' और 'हिंदुस्तान की कसम' बॉक्स ऑफिस पर विफल रही हैं।
- बाद में बच्चन ने अपने अभिनय के कैरियर को संवारने का प्रयास किया जिसमें उसे बड़े मियाँ छोटे मियाँ से औसत सफलता मिली और सूर्यावंशम, से सकारात्मक समीक्षा प्राप्त हुई लेकिन ये मान लिया गया कि बच्चन की महिमा के दिन अब समाप्त हुए चूंकि उनके बाकी सभी फिल्में जैसे लाल बादशाह और हिंदुस्तान की कसम बॉक्स ऑफिस पर विफल रही हैं।
- बाद में बच्चन ने अपने अभिनय के कैरियर को संवारने का प्रयास किया जिसमें उसे बड़े मियाँ छोटे मियाँ से औसत सफलता मिली और सूर्यावंशम, से सकारात्मक समीक्षा प्राप्त हुई लेकिन ये मान लिया गया कि बच्चन की महिमा के दिन अब समाप्त हुए चूंकि उनके बाकी सभी फिल्में जैसे 'लाल बादशाह' और 'हिंदुस्तान की कसम' बॉक्स ऑफिस पर विफल रही हैं।
- बाद में बच्चन ने अपने अभिनय के कैरियर को संवारने का प्रयास किया जिसमें उसे बड़े मियाँ छोटे मियाँ से औसत सफलता मिली और सूर्यावंशम, से सकारात्मक समीक्षा प्राप्त हुई लेकिन ये मान लिया गया कि बच्चन की महिमा के दिन अब समाप्त हुए चूंकि उनके बाकी सभी फिल्में जैसे 'लाल बादशाह' और ' हिंदुस्तान की कसम' बॉक्स ऑफिस पर विफल रही हैं।