बर्मा अभियान वाक्य
उच्चारण: [ bermaa abhiyaan ]
उदाहरण वाक्य
- देश के स्वितंत्रता से पहले और बाद में भारतीय सेना के विकास में महत्विपूर्ण भूमिका निभाने वाली मई 1942 में स्था पित 4 कोर जैसी कई प्रतिष्ठित टुकडि़यों ने बर्मा अभियान में जीत हासिल की।
- पूर्व सैनिक फ्रेजर ने समाचार पत्र ' द ग्लासगो हेराल्ड ' में एक पत्रकार के तौर पर काम किया और बर्मा अभियान में बतौर सैनिक अपने अनुभवों पर संस्मरण लिखने के अलावा कई पटकथाएं भी लिखीं।
- बर्मा अभियान में पहली बार जापानियों की रणनीति का मुकाबला किया गया था उअर उन्हें उनके खिलाफ इस्तेमाल किया गया था और ब्रिटिश और भारतीय सैनिकों ने एक बड़े जापानी हमले को नाकाम कर दिया था.
- जनवरी और मार्च 1945 के बीच लड़ी गई मेइक्तिला और मंडले की लड़ाइयां (5वां, 7वां, 17वां, 19वां, 20वां भारतीय, दूसरा ब्रिटिश डिवीजन और 254वां और 255वां भारतीय टैंक ब्रिगेड) बर्मा अभियान की चरम सीमा पर निर्णायक लड़ाइयां साबित हुई.
- इसे अक्सर “भूली बिसरी सेना” के रूप में संदर्भित किया जाता था क्योंकि बर्मा अभियान में इसके ऑपरेशनों को समकालीन प्रेस ने नजरअंदाज कर दिया था और युद्ध के बाद काफी लंबे समय तक यूरोप की समरूपी रचनाओं की तुलना में यह अधिक अस्पष्ट बना रहा.
- 17वी इंफेंट्री डिवीजन में तैनात सैम ने पहली बार द्वितीय विश्वयुद्घ में जंग का स्वाद चखा, ४-१२ फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट के कैप्टन के तौर पर बर्मा अभियान के दौरान सेतांग नदी के तट पर जापानियों से लोहा लेते हुए वे गम्भीर रुप से घायल हो गए थे।
- 17वी इंफेंट्री डिवीजन में तैनात सैम ने पहली बार द्वितीय विश्वयुद्घ में जंग का स्वाद चखा, ४-१२ फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट के कैप्टन के तौर पर बर्मा अभियान के दौरान सेतांग नदी के तट पर जापानियों से लोहा लेते हुए वे गम्भीर रुप से घायल हो गए थे।
- उसने दावा किया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उसे सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किया गया था तथा यह कि वह बर्मा अभियान में शामिल था, किन्तु दस्तावेज़ों से पता चलता है कि सूची में उसका नाम युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् लिखा गया था.
- [8] उसने दावा किया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उसे सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किया गया था तथा यह कि वह बर्मा अभियान में शामिल था,[9] किन्तु दस्तावेज़ों से पता चलता है कि सूची में उसका नाम युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् लिखा गया था.
- 17 वी इंफेंट्री डिवीजन में तैनात सैम ने पहली बार द्वितीय विश्वयुद्घ में जंग का स्वाद चखा, ४-१ २ फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट के कैप्टन के तौर पर बर्मा अभियान के दौरान सेतांग नदी के तट पर जापानियों से लोहा लेते हुए वे गम्भीर रुप से घायल हो गए थे।