बातु वाक्य
उच्चारण: [ baatu ]
उदाहरण वाक्य
- कहा जाता है कि बातु ख़ान का तम्बू सुनहरे रंग का होता था इसलिए यह भी संभव है कि ख़ानत का नाम उसी से पड़ा हो।
- चंगेज़ ख़ान के पुत्रों कि मृत्य के बाद बातु ख़ान ही उस साम्राज्य का सबसे आदरणीय राजकुंवर बना और उसे ' आग़ा' (अर्थ: बड़े भाईसाहब) के नाम से जाना जाता था।
- उसके पोते बातु ख़ान ने नेतृत्व में वे सुनहरे उर्दू साम्राज्य का हिस्सा बनकर पश्चिम की ओर चले गए जहाँ उन्होंने १४वीं और १५वीं सदियों में यूरेशिया के स्तेपी क्षेत्र पर राज किया।
- पड़ोसी पेनांग प्रांत के उप मुख्यमंत्री पलीनासामी रामासामी ने उस जगह के मुआयना करने के बाद स्थानीय अखबार मलय मेल ऑनलाइन को बताया कि सुंगाई बातु में स्थित मंदिर को भवन निर्माण उद्योग से जुड़े लोगों ने ध्वस्त कर दिया है।
- नोगाई सुनहरा उर्दू नामक ख़ानत (जो पूर्वी यूरोप और रूस के बहुत से हिस्से पर राज करती थी) के संस्थापक बातु ख़ान और बातु के बाद सुनहरा उर्दू पर राज करने वाले बरके ख़ान का भतीजा था (बरके बातु का छोटा भाई था)।
- नोगाई सुनहरा उर्दू नामक ख़ानत (जो पूर्वी यूरोप और रूस के बहुत से हिस्से पर राज करती थी) के संस्थापक बातु ख़ान और बातु के बाद सुनहरा उर्दू पर राज करने वाले बरके ख़ान का भतीजा था (बरके बातु का छोटा भाई था)।
- नोगाई सुनहरा उर्दू नामक ख़ानत (जो पूर्वी यूरोप और रूस के बहुत से हिस्से पर राज करती थी) के संस्थापक बातु ख़ान और बातु के बाद सुनहरा उर्दू पर राज करने वाले बरके ख़ान का भतीजा था (बरके बातु का छोटा भाई था)।
- कारण पहला यह की योगी आदित्य नाथ की पार्टी जो की हिन्दू वाहिनी है वह ठीक उस तरह का काम करेगी जो काम महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने शिवसेना और बीजेपी के साथ किया था जिसका फायदा एन सि पि और कोंग्रेस को हुआ था यानी वोट बातु, वोट तोडू.
- हे नेता जी.... फिर एग्यैं तुम, पांच साल पूरा करिक, अपणि अर प्यारा चम्चौं की, पापी पोटगी भरिक, हम सनै क्या मिलि? तुम सनै वोट दीक....... अबरीं दां हम, तुमारी मीठी बातु मा, बिल्कुल नि औण्या, उबरी त बोलि थै बात, आपन मन भरमौण्या, कथगा करि आपन, हमारा गौं मुल्क कू विकास, पिछला पांच साल मा, गौं खाली ह्वैगी हमारू, हम होयां छौं निराश.....
- कारण पहला यह की योगी आदित्य नाथ की पार्टी जो की हिन्दू वाहिनी है वह ठीक उस तरह का काम करेगी जो काम महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने शिवसेना और बीजेपी के साथ किया था जिसका फायदा एन सि पि और कोंग्रेस को हुआ था यानी वोट बातु, वोट तोडू. ठीक उसी तरह से हिन्दू वोटर भी भाजपा या हिन्दू वाहिनी दोनों में बटेगा वही कल्याण सिंग भी बीजेपी के लिए सर दर्द बन सकते है जो वोटो का ध्रुविकर्ण करने में अहम रोल निभाएंगे.