बाबू गुलाब राय वाक्य
उच्चारण: [ baabu gaulaab raay ]
उदाहरण वाक्य
- बाबू गुलाब राय व पालीवाल जी से सीख लेते हुए सतत स्वाध्यायरत रहकर उनने अखण्ड ज्योति नामक पत्रिका का पहला अंक १९३८ की वसंत पंचमी पर प्रकाशित किया ।
- सिंह ने कहा कि बाबू गुलाब राय उस वर्ग के रचनाकारों में थे जो कभी भी अपनी विद्वता से पाठकों को प्रभावित करने के पक्ष में नहीं रहते थे।
- बाबू गुलाब राय व पालीवाल जी से सीख लेते हुए सतत् स्वा è यायरत रह कर उनने अखण्ड ज्योति नामक प त्रिका का पहला अंक 1937 की वसंत पंचमी पर प्रकाशित किया।
- हिन्दी साहित्य के आलोचक तथा निबंधकार बाबू गुलाब राय ने वैसे तो तमाम विषयों पर अपनी लेखनी चलाई, लेकिन आम आदमी की जिंदगी से जुड़े विषयों पर लिखे गए उनके लेखों को आज भी काफी पसंद किया जाता है।
- हिन्दी साहित्य के आलोचक तथा निबंधकार बाबू गुलाब राय ने वैसे तो तमाम विषयों पर अपनी लेखनी चलाई, लेकिन आम आदमी की जिंदगी से जुड़े विषयों पर लिखे गए उनके लेखों को आज भी काफी पसंद किया जाता है।
- बाबू श्याम सुंदर दास, बाबू गुलाब राय, बाबू बालमुकुन्द गुप्त आदि के नाम आज भी कुछ लोग इसी प्रकार लिखते हैं. डॉ. नामवर सिंह और कमलेश्वर यदि उस ज़माने के लेखक होते तो बाबू नामवर सिंह और बाबू कमलेश्वर कहलाते.