बाल कृष्ण भट्ट वाक्य
उच्चारण: [ baal kerisen bhett ]
उदाहरण वाक्य
- पंडित बाल कृष्ण भट्ट का जन्म ३ जून १ ८ ४४ को प्रयाग के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था।
- इसमे पंडित प्रताप नारायण मिश्र, बद्री नारायण चौधरी, ठाकुर जगमोहन सिंह एवं पंडित बाल कृष्ण भट्ट जैसे विद्वान सम्मिलित थे।
- बाल्यकाल से ही वे ‘ मकरन्द ' नाम से लिखते थे तथा उनकी रचनाओं का प्रकाशन बाल कृष्ण भट्ट के हिन्दी प्रदीप में होता था।
- पं. अंबिका दत्त व्यास की ‘आश्चर्य-वृत्तांत' नाम की, और पं. बाल कृष्ण भट्ट की ‘नूतन ब्रह्यचारी' नामक कहानियां संभवतः इसके पहिले की प्रकाशित हो चुकी थीं।
- पं. अंबिका दत्त व्यास की ‘आश्चर्य-वृत्तांत' नाम की, और पं. बाल कृष्ण भट्ट की ‘नूतन ब्रह्यचारी' नामक कहानियां संभवतः इसके पहिले की प्रकाशित हो चुकी थीं।
- इसके लिए कुछ रास्ता भी बनने लगा था. पं. बाल कृष्ण भट्ट के ‘ हिंदी प्रदीप ' तथा ‘ सरस्वती ' में नए ढंग की समालोचना आने लगी थी.
- पं. अंबिका दत्त व्यास की ‘ आश्चर्य-वृत्तांत ' नाम की, और पं. बाल कृष्ण भट्ट की ‘ नूतन ब्रह्यचारी ' नामक कहानियां संभवतः इसके पहिले की प्रकाशित हो चुकी थीं।
- जिस तरह बाल कृष्ण भट्ट ने भूख से जूझते हुए 33 वर्षों तक ' हिंदी प्रदीपÓ को प्रदीप्त रखा, वैसे ही गोपाल राम गहमरी ने 'हैंड टू माउथÓ ही सही, 38 साल तक इसे जीवित रखा।
- जिस तरह बाल कृष्ण भट्ट ने भूख से जूझते हुए 33 वर्षों तक ' हिंदी प्रदीपÓ को प्रदीप्त रखा, वैसे ही गोपाल राम गहमरी ने ' हैंड टू माउथÓ ही सही, 38 साल तक इसे जीवित रखा।
- मरियोला अफरीदी ने पत्रकारिता के माध्यम से राष्ट्रियता के प्रचार-प्रसार में बाल कृष्ण भट्ट के अद्भुत योगदान की विस्तृत व्याख्या की और यह बताया कि उनकी कलम लगातार महिलाओं के उत्थान, समाज सुधार तथा अंग्रज़ी शासन के भेदभाव पूर्ण उपनिवेशवादी नीति पर कटाक्ष करती रही औ रइस विचार का समर्थन पोलैंड के प्रो.