बृहदारण्यक उपनिषद वाक्य
उच्चारण: [ berihedaarenyek upenised ]
उदाहरण वाक्य
- दो शब्दों के मेल से बना यह बृहदारण्यक उपनिषद एक महत्वपूर्ण उपनिषद है.
- सामवेदीय तलवकार ब्राह्मण के अन्तर्गत वर्णित बृहदारण्यक उपनिषद की शैली अत्यन्त क्रमबद्ध और युक्तिपूर्ण है।
- सामवेदीय तलवकार ब्राह्मण के अन्तर्गत वर्णित बृहदारण्यक उपनिषद की शैली अत्यन्त क्रमबद्ध और युक्तिपूर्ण है।
- बृहदारण्यक उपनिषद में, विदेह के राजा जनक द्वारा आयोजित एक शास्त्रार्थ में उनका एक वर्णन है.
- स्मार्त (अद्वैतवादी) ऐक्यानु संदानम का जबकि वे (यजुर्वेदी) बृहदारण्यक उपनिषद (वराहमिहिर व अहम् अस्मि) का पाठ करते हैं.
- स्मार्त (अद्वैतवादी) ऐक्यानु संदानम का जबकि वे (यजुर्वेदी) बृहदारण्यक उपनिषद (वराहमिहिर व अहम् अस्मि) का पाठ करते हैं.
- उन्होंने संस्कृत में अगली प्रार्थना बृहदारण्यक उपनिषद से पढ़ी और अंत में भागवत गीता का पाठ किया गया।
- आचार्य शंकर भी बृहदारण्यक उपनिषद २. ४. १ ० के भाष्य में यही कहते हैं.
- बृहदारण्यक उपनिषद में, विदेह के राजा जनक द्वारा आयोजित एक शास्त्रार्थ में उनका एक वर्णन है.
- बृहदारण्यक उपनिषद के चौथे अध् याय के तीसरे ब्राह्मण में यह वर्णन इतना सरस है कि कुछ कहा नहीं जाता।