बृहद्देवता वाक्य
उच्चारण: [ beriheddevetaa ]
उदाहरण वाक्य
- बृहद्देवता में सामवेद के दार्शनिक एवं तात्त्विक महत्त्व को स्पष्ट करते हुये कहा गया है कि-' यो वेत्ति सामानि स वेत्ति तत्त्वम् ।'
- बृहद्देवता में बहुत से श्लोक हैं जो जैमिनि की याद दिलाते हैं, इसलिये जैमिनि का समय ई 0 पू 0 400 प्रतीत होता है।
- ऋग्वेद से संबद्ध “अनुक्रमणी साहित्य” में, विशेषत: बृहद्देवता और सर्वानुक्रमणी में, निरुक्त, नीतिमंजरी और सायण भाष्य में इन आख्यानों को विस्तृत घटनाओं का भी वर्णन हुआ है।
- ऋग्वेद से संबद्ध “अनुक्रमणी साहित्य” में, विशेषत: बृहद्देवता और सर्वानुक्रमणी में, निरुक्त, नीतिमंजरी और सायण भाष्य में इन आख्यानों को विस्तृत घटनाओं का भी वर्णन हुआ है।
- राजा त्र्यरुण त्रैवृष्ण और वृशजान का आख्यान (ऋ. 5।2; तांड्य ब्राह्मण 13।3।12); ऋग्विधान 12।52; बृहद्देवता 5।14।23 वैदिक कालीन पुरोहित की महत्ता और गरिमा का स्पष्ट संकेत करता है।
- राजा त्र्यरुण त्रैवृष्ण और वृशजान का आख्यान (ऋ. 5।2; तांड्य ब्राह्मण 13।3।12); ऋग्विधान 12।52; बृहद्देवता 5।14।23 वैदिक कालीन पुरोहित की महत्ता और गरिमा का स्पष्ट संकेत करता है।