बौद्ध न्याय वाक्य
उच्चारण: [ baudedh neyaay ]
उदाहरण वाक्य
- बौद्ध न्याय में व्याप्ति का क्षेत्र वैदिक न्याय की अपेक्षा सीमित माना गया है।
- बौद्ध न्याय में वैशेषिक की भाँति तीन ही हेत्वाभांसविरुद्ध असिद्ध और व्यभिचारी-माने गए हैं।
- बौद्ध न्याय मागधी, पालि और संस्कृत इन तीन भाषाओं में पल्लवित और विकसित हुआ है।
- बौद्ध न्याय में न्याय (अनुमानवाक्य) के दो ही अवयव माने गए हैं-उदाहरण और उपनय।
- आचार्य असंग धार्मिक प्रवर्तक होते हुए बौद्ध न्याय के भी आदि गुरु माने जाते हैं।
- बौद्ध न्याय मागधी, पालि और संस्कृत इन तीन भाषाओं में पल्लवित और विकसित हुआ है।
- आचार्य असंग धार्मिक प्रवर्तक होते हुए बौद्ध न्याय के भी आदि गुरु माने जाते हैं।
- बौद्ध न्याय में न्याय (अनुमानवाक्य) के दो ही अवयव माने गए हैं-उदाहरण और उपनय।
- बौद्ध न्याय में वैशेषिक की भाँति तीन ही हेत्वाभांसविरुद्ध असिद्ध और व्यभिचारी-माने गए हैं।
- इस प्रकार सौत्रांतिकों के सिद्धांतों ने विज्ञानवाद एवं बौद्ध न्याय, दोनों का ही मार्ग प्रशस्त किया।