भयानक रस वाक्य
उच्चारण: [ bheyaanek res ]
उदाहरण वाक्य
- 268 भयानक रस का परिचय है-भय इसका स्थायी भाव है।
- अतएव भयानक रस को बीभत्स से उत्पन्न बताना युक्तिसंगत प्रतीत नहीं होता।
- भयानक रस हिन्दी काव्य में मान्य नौ रसों में से एक है।
- इन सबसे भय स्थायी पुष्ट होकर भयानक रस की प्रतीति कराता है।
- हनुमान द्वारा लंकादहन का प्रसंग भयानक रस की प्रतीति के लिए पठनीय है।
- रस माधुरी ' शृंखला की छठी कड़ी में आज बातें भयानक रस की।
- भानुदत्त ने ‘ रसतरंगिणी ' में भयानक रस के दो भेद किये हैं-
- ‘ साहित्यदर्पण ' में भयानक रस को ‘ स्त्रीनीचप्रकृति: ' कहा गया है।
- जैसे-शंका शृंगार रस में भी हो सकती है और भयानक रस में भी।
- इन उपादानों से पुष्ट होकर भय स्थायी भयानक रस की निष्पत्ति में समर्थ हुआ है।