भरत चक्रवर्ती वाक्य
उच्चारण: [ bhert chekrevreti ]
उदाहरण वाक्य
- आदि का अधिकांश भाग, जो आदिपुराण भी कहलाता है, आदि तीर्थंकर ऋषभदेव और उनके पुत्र भरत चक्रवर्ती के जीवनचरित् विषयक है।
- आदि का अधिकांश भाग, जो आदिपुराण भी कहलाता है, आदि तीर्थंकर ऋषभदेव और उनके पुत्र भरत चक्रवर्ती के जीवनचरित् विषयक है।
- जैन आगमों में वर्णन है कि महाराजा भरत चक्रवर्ती ने प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव की नश्वर काया के अग्नि संस्कार स्थल अष्टापद पर जो मणिमय ‘
- इसके लिए व्यास जी ने भी लिखा है कि भगवान आदिनाथ के पुत्र भरत चक्रवर्ती के नाम से जो अक्षुण भारतवर्ष बना है वह अटूट है।
- तीसरे जन्म में प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव के पुत्र भरत चक्रवर्ती के पुत्र रूप में मरिची ने वैराग्य प्राप्त कर भगवान ऋषभदेव के पास दीक्षा ग्रहण की।
- शोभायात्रा में भरत चक्रवर्ती लालावत धनपाल निहाचंद, सोधर्म इंद्र मुंगाणिया राजमल और विधान के श्रावक श्रेष्ठी लालावत विमल एवं महा अर्चनाकर्ता जोदावत अजीत कुमार शांतिलाल गज पर सवार थे।
- आचार्य जिनसेन ने जिस रीति से प्रथम तीर्थंकर और भरत चक्रवर्ती का वर्णन किया है, यदि वह जीवित रहते और उसी रीति से अन्य कथानायकों का वर्णन करते तो यह महापुराण संसार के समस्त पुराणों और काव्यों में महान होता।
- उन्होंने बताया कि जब भरत चक्रवर्ती दिग्विजय के लिये गये तो उन्होंने भी बीच में कई उपवास किये और जब श्रीकृष्ण युद्ध के लिये गये तो उन्होंने भी आठ-आठ उपवास करने पडे़ तप एक ऐसा आसन है जिसके माध्यम से इन्द्र का आसन भी कांप जाता है।