भानू जी वाक्य
उच्चारण: [ bhaanu ji ]
उदाहरण वाक्य
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लगभग हजार लोगों की क्षमता वाले साईं आडीटोरियम का खचाखच भरा सभाकक्ष इस बात की पुष्टि कर रहा था कि अपने पाठकों, प्रशंसकों और आत्मीय जनों के मध्य भानू जी के नाम से लोकप्रिय स्व.
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लगभग हजार लोगों की क्षमता वाले साईं आडीटोरियम का खचाखच भरा सभाकक्ष इस बात की पुष्टि कर रहा था कि अपने पाठकों, प्रशंसकों और आत्मीय जनों के मध्य भानू जी के नाम से लोकप्रिय स् व.
- हालांकि साहित्यकार और घोर हिन्दूवादी पिता की सन्तान होने के कारण लेखन और विचारधारा मुझे विरासत में मिली परन्तु अपनी विचारधारा का सशक्त प्रकटीकरण और छवि की चिन्ता किये बिना सत्य को स्थापित करने का साहस मुझे भानू जी से ही मिला.
- भानू जी जैसे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का जहां मानना है कि अन्ना का आन्दोलन फ्लाप हो जायेगा तो वहीं दूसरे संवेदनशील बीएचयू के प्रोफेसर डा. देवव्रत चौबे कन्धे पर झोला लटकाये अन्ना समर्थकों के बीच जगह-जगह हौसला आफजाई कर रहे हैं।
- हालांकि साहित्यकार और घोर हिन्दूवादी पिता की सन्तान होने के कारण लेखन और विचारधारा मुझे विरासत में मिली परन्तु अपनी विचारधारा का सशक्त प्रकटीकरण और छवि की चिन्ता किये बिना सत्य को स्थापित करने का साहस मुझे भानू जी से ही मिला.
- श्रीराम मन्दिर आन्दोलन के पूर्व जब देश का बौद्धिक वर्ग स्वयं को सेकुलर खेमे में रखने के लिये अपनी संस्कृति, परम्परा, गौरव और इतिहास को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ता था, तब भानू जी ने हिन्दुत्व को बौद्धिक आन्दोलन बनाया और उसे वृहद आयाम प्रदान किया.
- श्रीराम मन्दिर आन्दोलन के पूर्व जब देश का बौद्धिक वर्ग स्वयं को सेकुलर खेमे में रखने के लिये अपनी संस्कृति, परम्परा, गौरव और इतिहास को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ता था, तब भानू जी ने हिन्दुत्व को बौद्धिक आन्दोलन बनाया और उसे वृहद आयाम प्रदान किया.
- जीवन के आरम्भिक वर्षों में माँ और पिता के स्नेह से वंचित रहे भानू जी ने अपने जीवन की इस रिक्तता को अपने जीवन का एक मिशन भी बनाया और जैसा कि वात्सल्य ग्राम की संचालिका साध्वी ऋतम्भरा जी ने कहा कि वे इस प्रकल्प के मानस शिल्पी थे और ऋतम्भरा जी में उन्होंने अपनी माँ के दर्शन किये और उन्हें दीदी माँ नाम दिया.
- जीवन के आरम्भिक वर्षों में माँ और पिता के स्नेह से वंचित रहे भानू जी ने अपने जीवन की इस रिक्तता को अपने जीवन का एक मिशन भी बनाया और जैसा कि वात्सल्य ग्राम की संचालिका साध्वी ऋतम्भरा जी ने कहा कि वे इस प्रकल्प के मानस शिल्पी थे और ऋतम्भरा जी में उन्होंने अपनी माँ के दर्शन किये और उन्हें दीदी माँ नाम दिया.