भावना सोमाया वाक्य
उच्चारण: [ bhaavenaa somaayaa ]
उदाहरण वाक्य
- मशहूर फिल्म क्रिटिक्स भावना सोमाया (स्क्रीन की पूर्व संपादिका) ने टि्वटर के माध्यम से दुखद खबर इंडस्ट्री को दी।
- पर जैसा कि भावना सोमाया कहती हैं कि हर ऐसे गुब्बारे का हवा कभी न कभी निकल ही जाती है जो ज़रूरत से ज़्यादा फूल गया हो....
- फिल्म आलोचक भावना सोमाया के विचार से, ” एक समय था कि अगर पेज 3 पर चर्चा न हो तो आपने शहर में कुछ नहीं किया।
- पर जैसा कि भावना सोमाया कहती हैं कि हर ऐसे गुब्बारे का हवा कभी न कभी निकल ही जाती है जो ज़रूरत से ज़्यादा फूल गया हो....
- कुछ ऐसे ही विचारों को समेटती लेखिका भावना सोमाया की नई किताब आई है ' अमिताभ लेक्सिकन'..जिसे अमिताभ बच्चन की फ़िल्मों और दृश्यों की डिक्शनरी कहा जा सकता है.
- भावना सोमाया अपनी पुस्तक ' अमिताभ बच्चन-द लेजेंड में लिखती है '' गोर से देखे आपको एक अभिनेता दिखेगा जिसके हाथों में अपनी नियति का नियंत्रण है ''.
- भावना सोमाया का कहना है कि किताब के ज़रिए ये बात सामने आती है कि समय के साथ अमिताभ के किरदार, किरदारों की सोच और उनके साथ दिखाया जाने वाला तामझाम बदला है.
- नंदिता बताती हैं कि उन्होंने अपना जीवन अपनी ही शर्तो पर बिताया है और अब घर-गृहस्थी की जिम्मेदारियां निभाकर भी वे काफी खुश हैं (भावना सोमाया, दैनिक भास्कर,12.12.2010) ।
- इस तरह की किताब लिखने के पीछे सोच के बारे में भावना सोमाया बताती हैं, “एक बार ऐसा हुआ कि हम दोस्त लोग बैठे हुए थे और किसी ने अमिताभ बच्चन का एक डायलॉग इस्तेमाल कर अपनी बात कही.
- माओवादी आंदोलन पर एक गंभीर फ़िल्म फिल्म को रियल लोकेशन पर शूट किया गया है साभार बीबीसी भावना सोमाया, वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षकइस हफ़्ते दो फ़िल्में रिलीज़ हुई हैं-बोनी कपूर निर्मित, सतीश कौशिक निर्देशित 'मिलेंगे मिलेंगे' और टीपी अग्रवाल निर्मित, अनंत महादेवन निर्देशित रेड अलर्ट.रेल अलर्ट नक्सलवाद के मुद्दे को उठाती है-क्या वो आतंकवादी हैं या क्रांतिकारी हैं?एक नामचीन निर्देशिका और फ़िल्म रिहाई के लिए चर्चित अरुणा राजे ने इस फ़िल्म