भू-मध्य रेखा वाक्य
उच्चारण: [ bhu-medhey rekhaa ]
उदाहरण वाक्य
- मौसम का विज्ञान भोपाल समुद्र की सतह से ५२३ मी. की ऊंचाई व भू-मध्य रेखा से २३.१७ डिग्री अक्षांश पर स्थित है।
- धरती ध्रुवों से थोड़ी सी चपटी (प्लेन) है जबकि भू-मध्य रेखा से थोड़ी सी बाहर की तरफ उभरी हुई है.
- “संवतसरो वै यज्ञ:, यज्ञो वै पुरूष:, पुरूषो वै यज्ञ:।” जब नर-नारी एक-दूसरे के सम्मुख खडे होते हैं तब मेरूदण्ड ही भू-मध्य रेखा होता है।
- इसका कारण है सभी स्थानों की धरती के केंद्र से दूरू भिन्न-भिन्न है. इसी कारण भू-मध्य रेखा पर आपका वजन ध्रवों से थोड़ा ज्याादा होगा.
- सिद्धांत शिरोमणि के अनुसार जो रेखा लंका, उज्जयिनी, कुरुक्षेत्र आदि को स्पर्श करती हुई सुमेरु पर्वत तक गई है, उसे विद्वानों ने भू-मध्य रेखा कहा है।
- अगर हम पृथ्वी की भू-मध्य रेखा के ऊपर ही खगोलीय मध्य रेखा और पृथ्वी के ध्रुवों के ऊपर ही खगोलीय ध्रुवों को मान कर चलें, तो खगोलीय वस्तुओं के स्थानों के बारे में बताना आसान हो जाता है।
- जेर्डन के वर्णन के अनुसार उप-प्रजाति कॉरडेटस को अलग प्रजाति नहीं माना जाना चाहिए, इन दोनों में पंखों के रंग में अंतर के साथ ही क्लीनिकली आकार में भी भिन्न हैं (उत्तरी भाग की पक्षी आकार में भू-मध्य रेखा के पास के पक्षियों की तुलना में बड़ी होती हैं).