मरुद्गण वाक्य
उच्चारण: [ merudegan ]
उदाहरण वाक्य
- उदग्र = उत्कंठित विभावसु = सूर्य पूण, वरुण, मरुद्गण = वैदिक देवता--
- जो मरुद्गण पृथ्वी पर श्रेष्ठ जल वृष्टि की विधि जानते है या क्षमता से सम्पन्न है।
- उसी से सब मरुद्गण, गंधर्व, अप्सराएं और बाजा बजाने वाले किन्नर सब ओर से उत्पन्न हुए।
- उदग्र = उत्कंठित विभावसु = सूर्य पूण, वरुण, मरुद्गण = वैदिक देवता--
- उत्तम दानशील, अग्निरूप जिह्वा से यज्ञ को प्रवृद्ध करने वाले मरुद्गण इन स्तोत्रो का श्रवण करें।
- हे मरुद्गण स्वदीप्ति से युक्त धब्बो वाले मृगो (वाहनो)सहित और आभूषणो से अलंकृत होकर गर्जना करते
- जिस समय मरुद्गण गमन करते है, तब वे मध्य मार्ग मे ही परस्पर वार्ता करने लगते हैं।
- पुरुरवा कुशल करें अर्यमा, मरुद्गण उतर व्योम-मन्डल से अभिषुत सोम ग्रहण करने को आते रहें भुवन में.
- अजायन्त स्वभानवः ॥२॥ हे मरुद्गण स्वदीप्ति से युक्त धब्बो वाले मृगो (वाहनो)सहित और आभूषणो से अलंकृत होकर गर्जना
- वृष्टि न करने वाले मेघो को भी वीर मरुद्गण अपनी तेजगति से उड़ा ले जाते है॥११॥ ४५३. मरुतो यद्ध वो बलं जनाँ अचुच्यवीतन ।