महर्लोक वाक्य
उच्चारण: [ mherlok ]
उदाहरण वाक्य
- सात लोक: भूलोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनलोक, तपलोक, सत्यलोक
- वे जब निद्रा से जाग्रतावस्था में आए तब महर्लोक के निवासियों, महासिद्ध योगियों आदि ने उनकी स्तुति की।
- महर्लोक कृतक और अकृतक लोकों के मध्य में है, और कल्पान्त में यह केवल जनशून्य हो जाता है, नष्ट नहीं होता है।
- महर्लोक कृतक और अकृतक लोकों के मध्य में है, और कल्पान्त में यह केवल जनशून्य हो जाता है, नष्ट नहीं होता है।
- भूर्लोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनलोक, तपलोक तथा सत्यलोक-ये सात लोक क्रमश: एक के ऊपर एक स्थित हैं।
- महर्लोक, जनलोक, एवं तपलोक)| इनका सृजन भला सृजक (आपके) के बिना कैसे संभव हो सका? ये किस प्रकार से और किस साधन से निर्मित हुए?
- ब्रह्मांड का विभाजन या भेद: पुराणों ने ब्रह्मांड को मूलत: तीन भागों में विभक्त किया है:-(1) कृतक त्रैलोक्य (2) महर्लोक (3) अकृतक त्रैलोक्य।
- " यह महाकाव्य आधुनिक काल के, तथा भावी युगोंके भी, लिए एक महान्योगी की काव्यात्मक वसीयत हैं और महर्लोक के आदिवासी `अतिमानस 'के प़्अथ्वी पर आगमन का उद्घोषक हैं.
- वहाँ से भी पार कर और ऊपर जनोलोक, तपोलोक, महर्लोक ये सब सतोलोक, ब्रह्मलोक तक चले जाएँ जो भौतिक आवरण का अंतिम शेष लोक है.
- उक्त तीनों लोकों के ऊपर महर्लोक है जो उक्त तीनों लोकों की स्थिति से प्रभावित होता है, किंतु वहाँ उत्पत्ति, पालन और प्रलय जैसा कुछ नहीं, क्योंकि वहाँ ग्रह या नक्षत्र जैसा कुछ भी नहीं है।