महावीराचार्य वाक्य
उच्चारण: [ mhaaviraachaarey ]
उदाहरण वाक्य
- यद् किंचिद् वस्तु तत्सर्वम्, गणितेन् बिना न हि ॥-महावीराचार्य, जैन गणितज्ञ (बहुत प्रलाप करने से क्या लभ है?
- यद् किंचिद् वस्तु तत्सर्वम्, गणितेन् बिना न हि ॥-महावीराचार्य, जैन गणितज्ञ (बहुत प्रलाप करने से क्या लभ है?
- 9 वीं सदी में मैसूर के महावीराचार्य ने ' ' गणित सार संग्रह '' लिखा जिसमें उन्होंने लघुत्तम समापवत्र्य निकालने के प्रचलित तरीके का वर्णन किया है।
- शाकटायन व्याकरण पर की अमोघवृत्ति नामक टीका उनके नाम से संबद्ध पाई जाती है, और उन्हीं के समय में महावीराचार्य ने अपने गणितसार नामक ग्रंथ की रचना की थी।
- कई शताब्दियों बाद मैसूर के जैन गणितज्ञ महावीराचार्य ने गणित के महत्व पर और जोर देते हुए कहाः इस चलाचल जगत में जो भी वस्तु विद्यमान है वह बिना गणित के आधार के नहीं समझी जा सकती।
- कई शताब्दियों बाद मैसूर के जैन गणितज्ञ महावीराचार्य ने गणित के महत्व पर और जोर देते हुए कहाः इस चलाचल जगत में जो भी वस्तु विद्यमान है वह बिना गणित के आधार के नहीं समझी जा सकती।
- कई शताब्दियों बाद मैसूर के जैन गणितज्ञ महावीराचार्य ने गणित के महत्व पर और जोर देते हुए कहाः इस चलाचल जगत में जो भी वस्तु विद्यमान है वह बिना गणित के आधार के नहीं समझी जा सकती।