मांस धातु वाक्य
उच्चारण: [ maanes dhaatu ]
उदाहरण वाक्य
- अणु, स्थूल और मल भाग-इसमें स्थूल भाग के द्वारा मांस धातु का पोषण होता है ।
- ४. मेदधातु मांस धातु के पोषण अंश या अणु भाग से मेद धातु की उत्पत्ति होती है ।
- मांस धात्वाग्नि की रक्त धातु के अणु भाग पर क्रिया होने के पश्चात् मांस धातु का निमार्ण होता है ।
- शरीर के कुल भार का ४ १ % मांस धातु है-इसमें २ १ % प्रोटीन तथा ५ % जल होता है ।
- शरीर की विभिन्न क्रियाओं का संचालन यथा चलना-फिरना, उठना-बैठना आदि सभी कार्य मांस धातु के संकोच एवं प्रसरण के कारण ही सम्पन्न होते हैं ।
- विशेष-जिस आम का छिलका पतला एवं गुठली छोटी हो, जो रेशारहित हो तथा जिसमें गूदा अधिक हो, ऐसा आम मांस धातु के लिए बेहद उपयोगी है।
- ३. मांस धातु शरीर में सबसे अधिक अंश मांस धातु का होता है और यह शरीर की स्थिरता, दृढ़ता और स्थिति के लिए महत्त्वपूर्ण होता है ।
- ३. मांस धातु शरीर में सबसे अधिक अंश मांस धातु का होता है और यह शरीर की स्थिरता, दृढ़ता और स्थिति के लिए महत्त्वपूर्ण होता है ।
- पिंड स्वेद में चावल, औषधियुक्त काढ़े की पोटली बनाकर प्रभावित अंग पर घर्षण करते हैं जिससे मांसपेशियों में रक्तप्रवाह बढ़कर स्ायु, मज्जा व मांस धातु को बल मिलता है।
- प्रोटीन:-आयुर्वेद के अनुसार मांस धातु के लिए प्रोटीन जरूरी होता हे, यह ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करता है, शरीर पोषण / ' मरम्मत / मांसपेशियों के ऊतकों का सतत निर्माण / शरीर वृद्धि इसीसे होती हे।