माली जाति वाक्य
उच्चारण: [ maali jaati ]
उदाहरण वाक्य
- (जन्म-११ अप्रैल, सन् १ ८ २ ७ को महाराष्ट्र के सातारा जिले में माली जाति के एक परिवार में हुआ था।
- अशोक गहलोत, माली जाति और जोधपुर इलाके से रहे हैं, उन पर 'माली लॉबी' के फायदे के लिए अपने असर के गलत इस्तेमाल का आरोप लगा।
- को जानने का कि Jotirao माली जाति जो ब्राह्मणों के द्वारा अवर माना गया था, दूल्हे के रिश्तेदारों का अपमान किया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया.
- हरियाणा के दक्षिणी जिलों में और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी 20वीं सदी में माली जाति के लोगों ने “सैनी” उपनाम का उपयोग शुरू कर दिया.
- हरियाणा के दक्षिणी जिलों में और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी 20 वीं सदी में माली जाति के लोगों ने “ सैनी ” उपनाम का उपयोग शुरू कर दिया.
- हरियाणा के दक्षिणी जिलों में और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी 20वीं सदी में माली जाति के लोगों ने “सैनी” उपनाम का उपयोग शुरू कर दिया.[2][3][4] बहरहाल, यह पंजाब के यदुवंशी सैनियों वाला समुदाय नहीं है.
- समाजशास्त्री डाँ तैयबा खातून का यह लेख काफी चौकान्ने वाला है जिसमें बैतूल जिले के बारे में लिखा गया हैं कि इस जिले में पंवार, कुंबी, माली जाति में चार से छै बीबी-पत्नियां रखने का रिवाज हैं।
- एक और उल्लेखनीय तथ्य यह है कि 1881 के जनगणना में राजपूताना (वर्तमान राजस्थान) में किसी भी सैनी आबादी को बिल्कुल दर्ज नहीं किया गया था, हालांकि लगभग सम्पूर्ण माली समूह, जिन्होंने 1881 जनगणना में माली जाति के रूप में अपनी जाती को लौटा दिया था अब सैनी पहचान का दावा कर रहे हैं.
- [62] एक और उल्लेखनीय तथ्य यह है कि 1881 के जनगणना में राजपूताना (वर्तमान राजस्थान) में किसी भी सैनी आबादी को बिल्कुल दर्ज नहीं किया गया था, हालांकि लगभग सम्पूर्ण माली समूह, जिन्होंने 1881 जनगणना में माली जाति के रूप में अपनी जाती को लौटा दिया था अब सैनी पहचान का दावा कर रहे हैं.
- उधर क्षेत्र की ओबीसी जातिया माली, कुम्हार, घाँची, कलबी,रबारी भी यह कहते लामबंद हो रही है की मतदाआें की संख्या मे हमारी बहुलता होने के बावजूद दशको से एक ही पुंजीपदी जाति के नुमाइदे को ही टिकट मिलता है वह जीतता है और अब ऐसा होने नही दिया जायेगा तथा भाजपा से माली जाति के उपप्रधान ताराराम माली, समाजसेवी रघुभाई माली, कुम्हार जाति से हिम्मत कुमावत, देवराम कुम्हार, कलबी जाति से लुम्बाराम चौधरी ईत्यादि अपनी दावेदारी जता रहे है।