मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी वाक्य
उच्चारण: [ main khilaadei tu anaadei ]
उदाहरण वाक्य
- शिल्पा ने 1993 में अपना फ़िल्मी करियर फ़िल्म बाज़ीगर से शुरु किया था और उसके बाद से मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, धड़कन, फिर मिलेंगे, लाइफ़ इन ए मेट्रो और अपने समेत कई फ़िल्मों में काम कर चुकी हैं.
- मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ', ‘ यह दिल् लगी ', ‘ कच्चे धागे ', ‘ हम साथ-साथ हैं ' जैसी मल्टीस्टारर फिल्मों में तो उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया पर एक अभिनेता के तौर पर वह अकेले किसी फिल्म को सफल नहीं करा सके.
- खिलाड़ी सीरीज-खिलाड़ी (1992), मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी (1994), सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995), खिलाडि़यों का खिलाड़ी (1996), मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी (1997), इंटरनेशनल खिलाड़ी (1999), खिलाड़ी 420 (2000) और खिलाड़ी 786 (2012) के लिये मशहूर अक्षय का कहना है कि वे अपनी फिल्मों के लिये बहुत ज्यादा चूज़ी नहीं रहे।
- मजरूह सुल्तानपुरी के बोल हैं, और आपको बता दें कि इस गीत की धुन पर अनु मलिक नें ' मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ' फ़िल्म का अल्का याज्ञ्निक का गाया “ दिल का दरवाज़ा खुल्ला है राजा, आठ रोज़ की तू छुट्टी लेके आजा ” गीत तैयार किया था।
- इन्होंने जिन फिल्मों में काम किया उनमें प्रमुख है ' मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ', ' छोटे सरकार ', ' आग ', ' दस ', ' परदेशी बाबू ', ' जानवर ', ' धड़कन ', ' चोर मचाए शोर ', ' बधाई हो बधाई ', एवं ' लाइफ इन मेट्रो ' ।
- शिल्पा की प्रमुख फिल्में बाजीगर (1993), मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी (1994), परदेसी बाबू (1998), लाल बादशाह (1999), शूल (1999), धड़कन (2000), इंडियन (2001), फिर मिलेंगे (2004), दस (2005), लाइफ इन ए मेट्रो (2007)
- इससे पहले अक्षय ' खिलाड़ी ' (1992), ' मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ' (1994), ' सबसे बड़ा खिलाड़ी ' (1995), ' खिलाड़ियों का खिलाड़ी ' (1996), ' मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी ' (1997), ' इंटरनेशनल खिलाड़ी ' (1999) और ' खिलाड़ी 420 ' (2000) में काम कर चुके हैं.
- इसके बाद फिल्मकारों ने उन्हें लेकर ‘ खिलाड़ी ' टाइटल वाली कई फिल्मों का निर्माण किया. इनमें ‘ मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ', ‘ सबसे बड़ा खिलाड़ी ', ‘ खिलाड़ियों का खिलाड़ी ', ' मिस्टर ऐंड मिसेज खिलाड़ी ', ‘ इंटरनेशनल खिलाड़ी ', ‘ खिलाड़ी-420 ' आदि शमिल है और इस तरह अक्षय कुमार बॉलीवुड के खिलाड़ी बन गए आज भी उनको इसी नाम से जाना जाता है.
- जिसके बाद दिल्ली के चांदनी चौक में रहने वाला राजीव भाटिया अक्षय कुमार के रूप में ढल गया और बड़े पर्दे पर अपनी अदाकारी के जलवे दिखाने लगा. अक्षय कुमार ने फिल्म ‘ सौगंध ' के मार्फत बालीवुड में कदम रखा, उसके बाद खिलाड़ी, सैनिक, मोहरा, हम हैं बेमिसाल, वक्त हमारा है, एलान, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, मैदान-ए-जंग जैसी कई एक के बाद एक एक्शन फिल्में दी.
- बाज़ीगर (1993) आग (1994) मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी (1994) आओ प्यार करें (1994) हथकड़ी (1995) गैम्बलर (1995) हिम्मत (1996) छोटे सरकार (1996) औज़ार (1997) ज़मीर (1997) इंसाफ़ (1997) पृथ्वी (1997) आक्रोश (1998) परदेसी बाबू (1998) लाल बादशाह (1999) शूल (1999) जानवर (1999) तरक़ीब (2000) जंग (2000) धड़कन (2000) इंडियन (2001) बधाई हो बधाई (2002) चोर मचाए शोर (2002) हथियार (2002) रिश्ते (2002) कर्ज़: द बर्डन ऑफ ट्रूथ (2002) ज़ुनून (2003) डरना मना है (2003) ग़र्व (2004) फ़िर मिलेंगे (2004) ख़ामोश-ख़ौफ की रात (2005) फ़रेब (2005) दस (2005) शादी करके फँस गया यार (2006) लाइफ इन ए...