मौलाए वाक्य
उच्चारण: [ maulaa ]
उदाहरण वाक्य
- इ. मौलाए काएनात हज़रत अली अलैहिस्सलाम की ज़िंदगी का विश्लेषण, इसलिए कि आप बहादुरी, तक़वा, न्याय व इंसाफ़ और अल्लाह की हुकूमत की मिसाल हैं।
- ईमान से लेकर आख़ेरत तक इतना हसीन तसलसुल किसी दूसरे इन्सान के कलाम में नज़र नहीं आ सकता है और यह मौलाए कायनात की एजाज़ेे बयानी का एक बेहतरीन नमूना है।
- (बिहारुल अनवार जि 2, स 49) मौलाए काएनत अलैहिस्सलाम ने फ़रमायाः لا خیر فی عبادۃ لیس فیھا تفقہ जिस इबादत में मारेफ़त व पहचान न हो उसमें कुछ भलाई नहीं है।
- मौलाए कायनात (अ 0) की यह दुआ फ़िलज़ोर क़ुबूल हो गई और चन्द लम्हों के बाद आपको मासूम बन्दगाने ख़ुदा का जवार हासिल हो गया और “ ारीर क़ौम से निजात मिल गई।
- (((इस हिस्सए कलाम में मौलाए कायनात (अ 0) ने मालिक के दो अज़ीम एहसानात की तरफ़ इषारा किया है जिन पर इन्सानी ज़िन्दगी का दारोमदार है और वह हैं हवा और पानी।
- वाज़ेह रहे के यह मौलाए कायनात की ‘ ाख़्सी ज़िन्दगी का नक़्शा नहीं है, यह हाकिमे इस्लामी और ख़लीफ़तुल्लाह का मन्सबी किरदार है जिसे अवामी मफ़ादात आौर इस्लामी मुक़द्देरात का ज़िम्मेदार बनाया जाता है।
- इन क़ाबेलीयत मआब से कौन दरयाफ़्त करे के कूफ़ावालों ने मौलाए कायनात (अ) के किस ऐब की बिना पर इताअत छोड़ दी थी और किस तनक़ीदी नज़र से आप की ज़िन्दगी को देख लिया था।
- इसके बाद अबूबक्र से अक़्द किया जिससे मोहम्मद की विलादत हुई और आखि़र में मौलाए कायनात (अ 0) से अक़्द किया जिससे यहया पैदा हुए और इस तरह मोहम्मद अबूबक्र के फ़रज़न्द और हज़रत के परवरदा थे।
- इसलिये मुमकिन है के मौलाए कायनात ने इस लफ़्ज़ से ज़मीन की बेज़ावी “ ाक्ल की तरफ़ इषारा किया हो के दौरे हाज़िर की तहक़ीक़ की बिना पर ज़मीन की “ ाक्ल करवी नहीं है, बल्के बेज़ावी है।
- मौलाए कायनात (अ 0) ने आलमे इन्सानियत को इसी कमज़ोरी की तरफ़ मुतवज्जो करने के लिये इस दुआ का लहला इख़्तेयार किया है जहां दूसरों पर बराहे रास्त तन्क़ीद भी न हो और अपना पैग़ाम भी तमाम अफ़राद तक पहुंच जाए।