म्हार वाक्य
उच्चारण: [ mhaar ]
उदाहरण वाक्य
- प्रीत को काजल आँख में आँजो कारा कारा मन ने चॉंदी सा मॉंजो पाताला में गाढ़ी दो मलाल हेत को मंदर कितरो बड़ो है अंदर जीके सांवरो खड़ो है श्रम के आगे हार्यो काल भूख गरीबी को कीचड़ कारो कई नी है थारो ने कई नी है म्हार...
- “क्यों रे कितने पूरे काट पाया था पतावर के? ”“होंगे कोई पचास, लेकिन-।”“लेकिन क्या रे?”“पचास में से कुल पांच ही बांध पावा रही-ओ रहा उनका बोझ-बाकी सारी पतावर आंधी मा उड़ि गई है, ठाकुर साहब।”“उड़ गयी-? उड़ गयी तो भोगना स्साले हरजाना-” रमेसर सिंह के स्वर में क्रोध स्पष्ट था, “तूने न काटी होती तो काहे को बरबादी होती-मैं कुछ नहीं जानता।”“इह मां म्हार का दोष, ठकुर साहब।” सरजुआ हतप्रभ उनकी ओर देखने लगा।“तो मेरा दोष है?-भाग स्साले।”