रसनिधि वाक्य
उच्चारण: [ resnidhi ]
उदाहरण वाक्य
- 11. रसनिधि इनका नाम पृथ्वीसिंह था और ये दतिया के एक जमींदार थे।
- 11. रसनिधि इनका नाम पृथ्वीसिंह था और ये दतिया के एक जमींदार थे।
- इसलिए कविवर रसनिधि लोगों को हिदायत देते हैं-चसमन चस्मा प्रेम को पहिले लेहु लगाई।
- रसनिधि-कविता कोश-हिन्दी कविताएँ, ग़ज़ल, नज़्म, शायरी, उर्दु शेर, काव्य, अनुवाद, कविता, लोकगीत, कवि,
- व्यास, वृन्द और रसनिधि आदि कवियों के नीति विषयक दोहे रहीम से प्रभावित होकर लिखे गये हैं।
- मिश्र · बनवारी · सबलसिंह चौहान · वृंद · छत्रसिंह · बैताल · आलम · गुरु गोविंदसिंह · श्रीधर · लाल कवि · रसनिधि ·
- मनीराम मिश्र · बनवारी · सबलसिंह चौहान · वृंद · छत्रसिंह · बैताल · आलम · गुरु गोविंदसिंह · श्रीधर · लाल कवि · रसनिधि ·
- ये कवि लक्षणबद्ध ग्रंथ की रचना नहीं करते थे, परंतु इनकी काव्य-रचना में रीति का पूरा-पूरा प्रभाव था, जैसे बिहारी, रसनिधि इत्यादि ।
- काल्पी के श्रीपति दतिया के जागीरदार, पृथ्वीसिंह रसनिधि, दतिया के रोहुँड़ा ग्राम के हरिकेश आदि कवियों ने अपने काव्य से जनसमाज को अमूल्य कृतियाँ दी।
- इनमें रहीम सतसई, तुलसी सतसई, बिहारी सतसई, रसनिधि सतसई, मतिराम सतसई, वृंद सतसई, भूपति सतसई, चंदन सतसई, विक्रम सतसई, राम सतसई के नाम प्रमुख हैं और ये सतसइयाँ मध्य युग में लिखी गई।