रस निष्पत्ति वाक्य
उच्चारण: [ res nisepteti ]
उदाहरण वाक्य
- शरीर को मन हांकता है और विभाव अनुभावव्यभिचारीसंयोगा रस निष्पत्ति. आलंबन,उद्दीपन,आश्रय भी आप की समझ के बाहर हैं.
- आचार्य भट्टलोल्लट, आचार्य भट्टनायक एवं आचार्य अभिनवगुप्त ने रस निष्पत्ति की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया है।
- संस्कृत काव्यशास्त्र के आद्याचार्य भरत मुनि ने अपने विख्यात रससूत्र में रस निष्पत्ति पर विचार करते हुए लिखा-
- इसमें यम, नियम आदि उद्दीपन विभाग, समाहित चित्तता अनुभाव, ध्यान संचारी भाव और समाधि ही रस निष्पत्ति है।
- 37 अध्यायों में भरतमुनि ने रंगमंच अभिनेता अभिनय नृत्यगीतवाद्य, दर्शक, दशरूपक और रस निष्पत्ति से संबंधित सभी तथ्यों का विवेचन किया है।
- 37 अध्यायों में भरतमुनि ने रंगमंच अभिनेता अभिनय नृत्यगीतवाद्य, दर्शक, दशरूपक और रस निष्पत्ति से संबंधित सभी तथ्यों का विवेचन किया है।
- 37 अध्यायों में भरतमुनि ने रंगमंच अभिनेता अभिनय नृत्यगीतवाद्य, दर्शक, दशरूपक और रस निष्पत्ति से संबंधित सभी तथ्यों का विवेचन किया है।
- मगर कभी कभी एक ही मुखडे में या अंतरे में विवादी स्वर या कोर्ड्स लगाकर वे नया प्रयोग करते, जिससे रस निष्पत्ति नहीं हो पाती थी.
- विधा चाहे हिन्दी की हो या किसी अन्य भाषा की हो, मुख्य बात तो यह हैै कि इसमें भाव होने चाहिए, उससे रस निष्पत्ति होनी चाहिए।
- कविता को रमणीय ओर सजीव बना कर रस निष्पत्ति में सहायक होता हैं रामचरित मानस के दोहे सोरठे चौपाई, रसखान के सवेये, सूर के पद, गिरधर की कुण्डलियॉं, छन्दों में बंधी रसमय भावधारा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।