रस शास्त्र वाक्य
उच्चारण: [ res shaasetr ]
उदाहरण वाक्य
- रस शास्त्र का अध्यन करने वाले साधको के लिए यह ग्रन्थ अनिवार्य हैं क्यूंकि यह सारे ग्रन्थ न सिर्फ़ प्रमाणिक हैं बल्कि कालातीत भी हैं.
- रस शास्त्र में कई धातुओं जैसे पारा, सीसा, लोहा, जिंक खनिज जैसे अभ्रक और रत्न जैसे मोतियों का उपयोग दवाओं को बनाने में किया जाता है।
- रस शास्त्र के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन दवाओं को सही तरीके से तैयार किया जाए तो वे इलाज के लिए लाभकारी होती हैं।
- पूर्णता तो मिलती ही है मतलब आर्थिक निश्चिन्तता आदि पर इसके साथ ही ये देवी साधक को तंत्र और रस शास्त्र के ऐसे ऐसे रहस्यों से परिचित करती है की बस साधक हतप्रभ ही रह जाता है.
- जिन उपलब्धियों की चाह में मैंने ये साधना संपन्न की वो उपलब्धिया निश्चित रूप से प्राप्त हुयी और निरंतर प्राप्त हुआ है उस दिव्य शक्ति का मार्गदर्शन भी तंत्र और रस शास्त्र के ज्ञान प्राप्ति के क्षेत्र में.
- आयुर्वेद संकाय के रस शास्त्र विभाग के शोध छात्र अनूप कृष्ण गुप्ता और उनके साथियों ने प्रथम चरण में 36 ऐसे चूहों को शोध के लिए चयनित किया जिनके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा 90 से 120 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर के बीच थी।
- ऐसा मैं इस लिए नही कह रहा हूँ की मैं ख़ुद रस शास्त्र का अभ्यास करता हूँ बल्कि इस लिए मैं ऐसा कह रहा हूँ क्यूंकि यह एक मात्र वो तंत्र है जिसके द्वारा सृजन, पालन और संहार की क्रिया संपन होती है.
- प्रथम दिवस ही हम सभी ने पारद स्वर्ण अणु सिद्धि गोलक का पूर्ण पूजन किया, रस शास्त्र के गोपनीय ग्रंथों में इसे चैतन्य करने का विधान बताया गया है, सदगुरुदेव की कृपा से ही इन मन्त्रों की प्राप्ति सिद्धाश्रम साधक परिवार को हुयी है.
- मैंने कभी अपने किसी वरिष्ट गुरु भाई को ये कहते हुए सुना था की यदि रस शास्त्र के रहस्यों को समझना हो या गुप्त रहस्यों को आत्मसात करना हो तो तब एक ही साधना आपका अभीष्ट पूरा कर सकती है........ और वो साधना “कनकावती साधना” है.
- सहायक कुलसचिव अब्दुल वहाब ने बताया कि बीएएमएस द्वितीय वर्ष के तहत 19 को चरक संहिता पूर्वाद्ध, 21 को अंगद तंत्र एवं व्यवहार आयुर्वेद, 23 को रस शास्त्र प्रथम, 26 को रस शास्त्र द्वितीय, 28 को स्वस्थ वृत्त प्रथम, 31 को स्वस् थ...