राजमंड्री वाक्य
उच्चारण: [ raajemnedri ]
उदाहरण वाक्य
- ‘ गद् य ब्रह् मा ' और ‘ गद् य तिक्कन ' के नाम से तेलुगु साहित्य जगत् में विख्यात कंदुकूरी वीरेशलिंगम् पंतुलु का जन्म 16 अप्रैल, 1848 में राजमहेंद्रवरम् (राजमंड्री) में हुआ।
- ‘ अक्षरा ' साहिती सांस्कृतिक सेवा पीठम्, राजमंड्री के तत्वावधान मंे दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के सभाकक्ष में डॉ. पेरिसेट्टि श्रीनिवास राव द्वारा संपादित और रचित दो कृतियों का लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ।
- आधुनिक तेलुगु साहित्य के ‘ गद् य ब्रह् मा ' के नाम से विख्यात कंदुकूरी वीरेशलिंगम् पंतुलु (16 अप्रैल, 1848-27 मई, 1919) का जन्म राजमहेंद्रवरम् (अब राजमंड्री) में हुआ।
- पहली ईस्वी सदी में ही चालुक्यों के बारे में उल्लेख किया गया कि वे शातवाहन और बाद में ईक्ष्वाकुओं के अधीन जागीरदार और मुखिया के रूप में काम करते थे. 1022 ई. के आस-पास चालुक्य शासक राजराज नरेंद्र ने राजमंड्री पर शासन किया.
- पहली ईस्वी सदी में ही चालुक्यों के बारे में उल्लेख किया गया कि वे शातवाहन और बाद में ईक्ष्वाकुओं के अधीन जागीरदार और मुखिया के रूप में काम करते थे. 1022 ई. के आस-पास चालुक्य शासक राजराज नरेंद्र ने राजमंड्री पर शासन किया.
- दिवाकर्ल तिरुपति शास्त्री का जन्म पश् चिम गोदावरी जिले में भीमवरम् तालुक के येंडिगंडि नामक गाँव में 26 मार्च, 1872 को हुआ और चेल्लपिल्ल वेंकट शास्त्री का जन्म पूर्वी गोदावरी जिला, राजमंड्री के पास कडियम नामक गाँव में 8 अगस् त, 1870 को हु आ.