राजमोहन गाँधी वाक्य
उच्चारण: [ raajemohen gaaanedhi ]
उदाहरण वाक्य
- इस गाँधी-सरला प्रेम प्रसंग का मार्मिक वर्णन गाँधीजी के पौत्र और प्रसिद्ध विद्वान श्री राजमोहन गाँधी ने अपनी पुस्तक ' गुड बोटमेन' में विस्तार से किया है।
- यदि निरादर के नाम पर तथ्यों, विश्लेषणों को प्रतिबंधित करना पड़े तब गाँधीजी के पौत्र राजमोहन गाँधी द्वारा लिखित मोहनदास (2007) पर भी प्रतिबन्ध लग जाना चाहिए।
- स्वयं राजमोहन गाँधी ने भी ' आध्यात्मिक विवाह ' जैसे मुहावरे का अर्थ देने से छुट्टी ले ली है, यह कह कर कि ' इसका जो भी अर्थ हो ' ।
- शाह अब्दुल लतीफ़ एक सूफी संत थे जिन के बारे में राजमोहन गाँधी ने अपनी पुस्तक ' Understanding the Muslim Mind' में लिखा है कि जब उनसे कोई पूछता था कि आप का मज़हब क्या है, तो कहते थे कोई नहीं।
- शाह अब्दुल लतीफ़ एक सूफी संत थे जिन के बारे में राजमोहन गाँधी ने अपनी पुस्तक Understanding the Muslim Mind में लिखा है कि जब उनसे कोई पूछता था कि आप का मज़हब क्या है, तो कहते थे कोई नहीं।
- उसी पृष्ठ पर राजमोहन गाँधी आगे लिखते हैं कि बाल-विवाह व उन का खतरनाक तरीके से समय-पूर्व शारीरिक संभोग में बदल जाना अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों के मुसलमानों व कस्बाई क्षेत्रों के निम्न वर्गों में लगभग पूर्णतः प्रचलित था और है.
- राजमोहन गाँधी अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘ द गुड बोटमैन: ए पोर्ट्रेट ऑफ गाँधी ' में लिखते हैं-‘ अपने योरपीय सहयोगियों में से एक, हरमन केलेनबाख से गाँधी का संबंध उस अंतरंगता को उजागर करता है, जिसकी वे क्षमता रखते थे (पृ।
- राजमोहन गाँधी ने खुलासा किया है की गाँधी जी का 50 साल की उम्र में जब वो पाच बच्चो के बाप थे तब उनका दिल बेहद खुबसूरत सरला देवी पर आ गया था | और दोनों शादी करने वाले थे | उस समय कांग्रेस के सभी बड़े नेताओ में ये सुनकर और जानकर भूचाल आ गया था | तब डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने सी राजगोपालाचारी को गाँधी जी को समझाने के लिए तैयार किया … आखिर सी राजगोपालाचारी गाँधी जी को समाज और उंच नीच सब बाते समझाने में सफल हो गये..