लख्ननऊ वाक्य
उच्चारण: [ lekhennoo ]
उदाहरण वाक्य
- बनारस मे जन्म हुआ, लख्ननऊ और कोलकाता मे परवरिश, और अब मुंबई की महानगरी मे, अनगिनत चेहरो मे शामिल ।
- उन्होंने उसी तिथि में लख्ननऊ से पटना की यात्रा का विवरण देते हुए एक लेख लिखा जो कई अखबारों में छपा।
- प्रदेश की राजधानी लख्ननऊ से ८० किलोमीटर पश्चिम स्थित यहाँ नगर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है।
- एक और अद्भुत सुझाव आया-” चलो तुम्हें गांव (लख्ननऊ से 20 किमी दूर अतरौली) ले चलते हैं, वहां देखना।
- मैं उन दिनों लख्ननऊ में रहता था और अक्सर बनारस के पास अपने गाँव जाया करता था, वहाँ मेरा लंगोटिया यार डी पी रहता था।
- पुष्पेन्द्र फल्गुन की पोस्ट देखकर इस बार के लख्ननऊ प्रवास में उन्हें अस्पताल जाकर देखने की इच्छा थी. पर....................... आज उनकी गज़लें कई बार पढ रही हूँ.
- क्या करे! ससुरा वक्त ही नहीं मिलता, हम अपने गरीब भाईयों को देखें कि लख्ननऊ, दिल्ली देंखे? कई बार कहा कि भाई साहब इतना लखनऊ दिल्ली न बुलाया करो, हमें अपने ग्रामीण भाईयों को देखना है ।
- गोरखपुर में जन्मा, लख्ननऊ में पला पढ़ा नौकरी नें मुम्बई मे पटखा,टी.वी.चैनेल की रोज़ी से रोटी चल रही है,लाईट कैमरा ऎक्शन के बाद जो भी होता है उसमें से अनचाहा मैं काट देता था, एक दशक से मुम्बई में बस यहीं किये जा रहा था!
- रचना श्रीवास्तव जनमः ५ सेप्टेम्बर लख्ननऊ, भारत शिक्षाः स्नातक साइंस परास्नातकः हिन्दी लेखन प्रेरणाः स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय राम चरित्र पांडे एवं माँ विद्यावती पांडे कविताः सामायिक एवं सवेदंशील रेडियो संचालक १६०० ऍम, रेडियो कवियत्री २००४ से अब तक, रेडियो सलाम नमस्ते और फ़नएइसिया पर कविता पाठ, मंच संचालन मनोरंजन (फ्लोरिडा)संगीत रेडियो (हिउस्टन)पे कविता पाठ।
- गोरखपुर में जन्मा, लख्ननऊ में पला पढ़ा नौकरी नें मुम्बई मे पटखा, टी. वी. चैनेल की रोज़ी से रोटी चल रही है, लाईट कैमरा ऎक्शन के बाद जो भी होता है उसमें से अनचाहा मैं काट देता था, एक दशक से मुम्बई में बस यहीं किये जा रहा था! अब दिल्ली के बडॆ दिल मे समा गया हूँ!