लाल चुनरिया वाक्य
उच्चारण: [ laal chuneriyaa ]
उदाहरण वाक्य
- लाल चुनरिया ” है, दूसरा उपन्यास “ मुसीबत ” और तीसरा उपन्यास “ विधवा विवाह ” है।
- लाल चुनरिया, दुल्हन ही दहेज़ है, गंगा का पानी, पटना का रिक्शा … जैसी मशहूर फिल्मों में इन्होने गाने गाये।
- अक्सर उसके सिर पर जय माता दी वाली लाल चुनरिया बंधी मिलती है और वो आपको अखरोट और मीठी खील का प्रसाद बाटता दिखाई पड़ जाता है।
- सो चुनाव प्रचार फिर शुरू हो गया और खुल गईं भोजशालाएं...पूरे लखनऊ विवि परिसर में अब इस तरह के नारे तीर की तरह चुभ रहे थे-लइया चुरुरमुरुरिया, भइयक लाल चुनरिया....
- म्हारी तो बीच बजरिया, हाए बदनामी हो गयी म्हारी तो लाल चुनरिया, सरम से धानि हो गयी म्हारो तो धक् धक् होवे, जो जो बीते रैन जैसे हर इक बात पे...
- केदार जी को सदा इस बात का मलाल रहा कि नामवरसिंह जैसे आलोचकों ने उनकी गहरी उपेक्षा की और उनको मेरे लेखन में केवल ‘ लाल चुनरिया में लहराते अंग रहेंगे ' ही दिखा, हालांकि अंत तक वो उस कविता के पक्ष में रहेे।
- लाल छडी मैदान खडी क्या खूब लड़ी लड़ी (जानवर) तो कभी लालगंज के लालबाग से लाल चुनरिया लाई (बीवी नंबर वन) लेकिन कभी कभी ये लाल रंग परेशान भी करता है जब हम यूँ ही किसी को याद कर के गा उठते हैं ये लाल रंग कब मुझे छोडेगा (प्रेम नगर)
- दूर देश से आयी गौरी, लाल चुनरिया ओढ़े, दूर देश फिर चली गयी लाल चुनरिया ओढ़े, छोड़ गयी कई, अनगिनत कोमल से अहसास, होता हर पल अबभी उसके प्यार का आभास, कह न सका जीवन भर मै हो ना कहीं उदास, दूर भले तन हो जाएँ मन रहेंगे पास ही पा स.
- दूर देश से आयी गौरी, लाल चुनरिया ओढ़े, दूर देश फिर चली गयी लाल चुनरिया ओढ़े, छोड़ गयी कई, अनगिनत कोमल से अहसास, होता हर पल अबभी उसके प्यार का आभास, कह न सका जीवन भर मै हो ना कहीं उदास, दूर भले तन हो जाएँ मन रहेंगे पास ही पा स.
- दुश्मन देख बनूंगी आज मैं दुल्हनपहनूंगी शादी का जोड़ा तेरी बर्बादी का जोड़ातेरे खून में रंग के मैं लाल चुनरिया ओढ़ूंगीआहिस्ता आहिस्ता तड़पा...तेरा कोई धर्म नहीं तेरा कोई ईमान नहींअच्छा साजन कैसे बनेगा जो अच्छा इन्सान नहींतेरे नाम से मैं अपना नाम कभी ना जोड़ूंगीआहिस्ता आहिस्ता तड़पा...एक तुझे देती हूँ मौक़ा जा मुझको फिर से दे जा धोखादेखें लोग ये आँख मिचौली जब तक चलती है ये गोलीबनके तेरी मौत मैं तेरे पीछे दौड़ूंगीआहिस्ता आहिस्ता तड़पा...