वाख़ान वाक्य
उच्चारण: [ vaakhan ]
उदाहरण वाक्य
- पामीर नदी थोड़ा दूर चलकर वाख़ान नदी के साथ संगम करती है और इनके विलय से जो नदी बनती है उसका नाम पंज नदी है।
- वाख़ान (पश्तो और फ़ारसी: واخان) सुदूर उत्तर-पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान में एक अत्यंत पर्वतीय और दुर्गम क्षेत्र है जहाँ काराकोरम और पामीर पर्वत शृंखलाएं आकर मिलती हैं।
- अफ़ग़ानिस्तान के सुदूर उत्तरपूर्वी बदख़्शान प्रान्त (जिसमें प्रसिद्ध वाख़ान गलियारा भी आता है) और ताजिकिस्तान के दक्षिणपूर्वी कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त का नाम इसी पुराने नाम पर पड़ा है।
- इसकी सीमायें पश्चिम में खैबर-पख़्तूनख्वा से, उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे से, उत्तरपूर्व में चीन के शिन्जियांग प्रान्त से, दक्षिण में आज़ाद कश्मीर और दक्षिणपूर्व में भारतीय जम्मू व कश्मीर राज्य से लगती हैं।
- उत्तर में यह किर्गिज़स्तान की अलाय घाटी के साथ साथ में तियान शान पहाड़ों से मिलते हैं जबकि दक्षिण में इनका मिलन अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे, गिलगित-बल्तिस्तान, और पाकिस्तान में हिंदू कुश पर्वतमाला से होता है।
- यहाँ से एक और ऐतिहासिक रास्ता दक्षिण-पश्चिम की तरफ निकलता है जो ताशकुरगान शहर से होते हुए अफ़्ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे में दाख़िल होता है और फिर ब्रोग़िल दर्रे से गुज़रते हुए अफ़्ग़ानिस्तान के बदख़्शान क्षेत्र पहुँचता है।
- उत्तर में यह किर्गिस्तान की अलाय घाटी के साथ साथ में तियान शान पहाड़ों से मिलते हैं जबकि दक्षिण में इनका मिलन अफगानिस्तान के वाख़ान गलियारे, गिलगित-बाल्तिस्तान, और पाकिस्तान में हिंदू कुश पर्वतमाला से होता है।
- इसकी सीमायें पश्चिम में खैबर-पख़्तूनख्वा से, उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे से, उत्तरपूर्व में चीन के शिन्जियांग प्रान्त से, दक्षिण में आज़ाद कश्मीर और दक्षिणपूर्व में भारतीय जम्मू व कश्मीर राज्य से लगती हैं।
- नक़्शे में देखने से कूहिस्तोनी-बदख़्शान का दक्षिणी छोर पाकिस्तान के बहुत ही पास है लेकिन उनके बीच से अफ़्ग़ानिस्तान का वाख़ान गलियारा निकलता है, जो कुछ भागों में केवल १६ किलोमीटर चौड़ा है लेकिन जिसे भयंकर पर्वतों की वजह से पार करना लगभग नामुमकिन है।
- नक़्शे में देखने से कूहिस्तोनी-बदख़्शान का दक्षिणी छोर पाकिस्तान के बहुत ही पास है लेकिन उनके बीच से अफ़्ग़ानिस्तान का वाख़ान गलियारा निकलता है, जो कुछ भागों में केवल १ ६ किलोमीटर चौड़ा है लेकिन जिसे भयंकर पर्वतों की वजह से पार करना लगभग नामुमकिन है।