विदेहमुक्ति वाक्य
उच्चारण: [ videhemuketi ]
उदाहरण वाक्य
- वह तो विदेहमुक्ति के बाद नारायण के लोक में ही सँभव है।
- इस प्रकार मुक्ति के प्रकारों में जीवनमुक्ति एवं विदेहमुक्ति दोनों को मानते हैं।
- जबकि अन्य इसे मृत्यु के बाद की स्थिति कहते हुए इसे विदेहमुक्ति कहते हैं।
- जीवन मुक्ति को अपरनि: श्रेयस और विदेहमुक्ति को परनि: श्रेयस कहते हैं।
- विदेहमुक्ति की अवस्था में “ के वल ज्ञान ” की उपलब्धि हो जाती है।
- यह जीवनमुक्ति की स्थिति है, लेकिन विदेहमुक्ति के बाद जैन किसी ईश्वर या ब्रह्म की सत्ता को स्वीकार नहीं करते।
- यह जीवनमुक्ति की स्थिति है, लेकिन विदेहमुक्ति के बाद जैन किसी ईश्वर या ब्रह्म की सत्ता को स्वीकार नहीं करते।
- यह जीवनमुक्ति की स्थिति है, लेकिन विदेहमुक्ति के बाद जैन किसी ईश्वर या ब्रह्म की सत्ता को स्वीकार नहीं करते।
- हमारी और श्री व्यासजी की दृष्टि में सदेहमुक्ति अथवा विदेहमुक्ति परमार्थ वस्तु नहीं है, किन्तु द्वैतशून्य आत्मैक्य ही परमार्थ वस्तु है।
- सदेहमुक्ति, विदेहमुक्ति, बन्धन, मुक्ति आदि व्यवहार भी कल्पना से ही होते हैं परमार्थ दृष्टि से नहीं होते-ऐसा कहते हैं।