वीर निर्वाण संवत वाक्य
उच्चारण: [ vir nirevaan senvet ]
उदाहरण वाक्य
- यह अवसर्पिणी के चतुर्थ काल का समापन तथा पंचम काल का सन्धि काल था, जब कार्तिक शुक्ल एकम से नवीन संवत्सर का शुभारम्भ हो कर यह श्री वीर निर्वाण संवत के नाम से प्रचलित हुआ।
- यह अवसर्पिणी के चतुर्थ काल का समापन तथा पंचम काल का सन्धि काल था, जब कार्तिक शुक्ल एकम से नवीन संवत्सर का शुभारम्भ हो कर यह श्री वीर निर्वाण संवत के नाम से प्रचलित हुआ।
- श्री नेमिनाथ मंदिर नन्दीश्वर के समीप श्री नेमिनाथ जिनालय है | जिसमें वीर निर्वाण संवत 2520 फाल्गुन शुक्ल त्रित्य दिन मंगलवार को आचार्य विद्यानंद जी की सानिध्य में पं. गुलाबचंद पुष्प द्वारा प्रतिष्ठित भगवान नेमिनाथ की सवा पाँच फीट ऊंची काले पाषाण की मनोज प्रतिमा विराजमान है | इस जिनालय का निर्माण श्री मूलचंद जैन सर्राफ, मेरठ [...]
- तीन रतन के हेतु मैं, नमूँ अनंतों बार ॥ भगवान् जिनेन्द्र की भक्ति सभी कार्यों की सिद्धि होती है,अतः भक्ति करते हुए अपने मनुष्य जन्म को सार्थक करें यही मंगल आशीर्वाद है-गणिनी ज्ञानमती माताजी,जम्बुद्वीप, हस्तिनापुर प्रिय बंधुओं! आप सभी गुरुओं की भक्ति करते हुए अपना जीवन सफल करे यही मंगल प्रेरणा है! आर्यिका चंदना मती,जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर १९ अक्टूबर २००९,कार्तिक शुक्ला एकम सोमवार को वीर निर्वाण संवत २५३६ का प्रथम दिवस है ।