शंख घोष वाक्य
उच्चारण: [ shenkh ghos ]
उदाहरण वाक्य
- परन्तु शंख घोष का दर्द इस तरह के तर्क वितर्क से परे है-“हम तो बेमौत ही मारे गए
- साथ ही कवि शंख घोष, मानवाधिकार कर्मी सुजात भद्र, साहित्यकार नवारुण भट्टाचार्य ने सरकारी आचरण की जमकर निंदा की है।
- बंगाला साहित्यकार सुबोध सरकार, सुनील गंगोपाध्याय, महाश्वेता देवी, शंख घोष, शक्ति चट्टोपाध्याय और जय गोस्वामी की चर्चा हुई।
- साथ ही कवि शंख घोष, मानवाधिकार कर्मी सुजात भद्र, साहित्यकार नवारुण भट्टाचार्य ने सरकारी आचरण की जमकर निंदा की है।
- सुनील गंगोपाध्याय की मृत्यु के बाद बांग्ला के सबसे वरिष्ठ कवि शंख घोष का यह लेख आनंदबाजार पत्रिका के 26 अक्तूबर के अंक में प्रकाशित हुआ है।
- 5. क्यों लिखता हूँ-शंख घोष (अनुवाद राम शंकर द्विवेदी), ' दस्तावेज ', अप्रैल-जून, 0 9, अप्रैल-जून, 0 9, सम्पादक विश्वनाथ प्रसाद तिवारी।
- बांग्ला में यह विशेषता जीवनानंद दास, सुभाष मुखोपाध्याय, सुनील गंगोपाध्याय, नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, शंख घोष, शक्ति चट्टोपाध्याय, नवनीता देवसेन, नवारुण भट्टाचार्य, जय गोस्वामी और अभीक मजुमदार की कविताओं में हम देख सकते हैं।
- महाश्वेता ही नहीं, अभिनेत्री अपर्णा सेन, नाटककार विभास चक्रवर्र्ती, सुमन मुखोपाध्याय, लेखिका सुचित्र भट्टाचार्य, गायक प्रतुल्ल मुखोपाध्याय, कवि शंख घोष सहित कई और बुद्धिजीवियों ने पश्चिम बंगाल सरकार के इस कदम की तीखी आलोचना की।
- हमारे अपने देश में काज़ी नज़रूल, निराला, मुक्तिबोध, शंख घोष, वरवर राव, धूमिल, पाश, नारायण सुर्वे या नामदेव ढसाल कविता से क्या काम लेते रहे यह भी श्रीयुत राजेन्द्र यादव की चिन्ता का विषय नहीं है.
- मेरे कार्यकाल में ही पहली बार भारतीय भाषाओं के सर्वश्रेष्ठ लेखकों को वृहत्तर सदस्यता दी गई, जिनमें विजयदान देथा, यू आर अनंतमूर्ति, शंख घोष, निर्मल वर्मा, अमृता प्रीतम, विष्णु प्रभाकर, कर्तार सिंह दुग्गल जैसे नाम शामिल हैं।