शकेब जलाली वाक्य
उच्चारण: [ shekeb jelaali ]
उदाहरण वाक्य
- आके पत्थर तो मेरे सहन में दो-चार गिरे / शकेब जलाली
- मुरझा के काली झील में गिरते हुए भी देख / शकेब जलाली
- फिर सुन रहा हूँ गुज़रे ज़माने की चाप को / शकेब जलाली
- राजकुमार केसवानी जो मोतियों की तलब ने कभी उदास किया एक शायर है शकेब जलाली.
- भाई परमेन् द्र जी शकेब जलाली की दोनों रचनाएं जिंदगी को बहुत करीब से दिखाती हैं।
- जनाब शकेब जलाली से परिचित होकर और उनके अशआर पढ़ कर उत्सुकता जाग पडी है....
- जनाब शकेब जलाली साहेब मैं भूल जाऊं खुला आसमान, पिंजरे में मैं जब चाहूंगी पिंजरा ले उडूँगी
- शकेब जलाली-कविता कोश-हिन्दी कविताएँ, ग़ज़ल, नज़्म, शायरी, उर्दु शेर, काव्य, अनुवाद, कविता, लोकगीत, कवि,
- शकेब जलाली की गज़लों का लिप्यांतरण श्री मंज़ूर एहतेशाम के साथ श्री लीलाधर मंडलोई ने भी किया है ।
- ' शकेब जलाली ' जी ने महज़ पंद्रह साल की उम्र से ग़ज़ल कहना शुरू कर दिया था.