शक्ति चट्टोपाध्याय वाक्य
उच्चारण: [ shekti chettopaadheyaay ]
उदाहरण वाक्य
- शक्ति चट्टोपाध्याय ने उनके बारे में ठीक ही लिखा है, ” यह एक सतत अंतर्लोकवासी के अविच्छिन्न अभिज्ञान का काव्यकूट है।
- भारत, 2 5 पद्मनाभस्वामी मंदिर, 3 4 शंकर दयाल सिह, 4 4 शक्ति चट्टोपाध्याय, 5 4 श्री मोरवीनंदन खाटू
- अचरज कि बात यह है कि मलय रायचौधुरी के खिलाफ सरकारि गवह थे शक्ति चट्टोपाध्याय, सुभाष घोष, सन्दीपन चट्टोपाध्याय तथा शैलेश्वर घोष।
- केदार जी ने उन दिनों की रोचक चर्चा की जब अशोक वाजपेयी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के तरह उन्होंने शक्ति चट्टोपाध्याय की कविताओं का बंगला से हिन्दी अनुवाद किया था।
- केदार जी ने उन दिनों की रोचक चर्चा की जब अशोक वाजपेयी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के तरह उन्होंने शक्ति चट्टोपाध्याय की कविताओं का बंगला से हिन्दी अनुवाद किया था।
- आज (25.11.2013) शक्ति चट्टोपाध्याय जीवित होते, तो उनकी उम्र 80 वर्ष होती, यह सोचते ही मेरे आगे कोहरे का पर्दा लहराने लगता है, जिसके पीछे धुंधली सी कोई आकृति दिखाई पड़ती है।
- बांग्ला में यह विशेषता जीवनानंद दास, सुभाष मुखोपाध्याय, सुनील गंगोपाध्याय, नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, शंख घोष, शक्ति चट्टोपाध्याय, नवनीता देवसेन, नवारुण भट्टाचार्य, जय गोस्वामी और अभीक मजुमदार की कविताओं में हम देख सकते हैं।
- इसका प्रधान कारण यह है कि उनके खिलाफ जो मुकदमा चला था उसमें उनके आंदोलन के बन्धुगण, जैसे कि शैलेश्वर घोष, सुभाष घोष, उत्पलकुमार बसु, शक्ति चट्टोपाध्याय, सन्दीपन चट्टोपाध्याय उनके विरुद्ध सरकारी गवाह बन बैठे थे।
- शक्ति चट्टोपाध्याय (जन्म २५ नवम्बर १९३४-मृत्यु २३ मार्च १९९५) (শক্তি চট্টোপাধ্যায়) बांग्ला साहित्य के भुखी पीढी आन्दोलन के नेता माने जाते हैं, जो सन १९६१ में एक मेनिफेस्टो के जरिये कोलकाता को आश्चर्य चकित कर दिये थे।
- यह साठ के दशक मे बिहार के पटना शहर मे कवि मलय रायचौधुरी के घर पर एकत्र देबी राय, शक्ति चट्टोपाध्याय और समीर रायचौधुरी के मस्तिष्क से उजागर होकर कोलकाता शहर जा पंहुचा जहाँ उनहोंने नवम्बर १९६१ को एक मेनिफेस्टो (घोषणापत्र) के जरिये आन्दोलन की घोषणा की।