शब्दप्रमाण वाक्य
उच्चारण: [ shebdepremaan ]
उदाहरण वाक्य
- (२) प्रत्यक्ष और शब्दप्रमाण की सहायता से अवगत होनेवाले विषयों का अनु (पश्चात्) ईक्षण (पर्यालोचन, अर्थात् ज्ञान), अर्थात् अनुमिति।
- ऐसे ईश्वर द्वारा मानवमात्र के मंगल के निमित निर्मित, परम सत्य का प्रतिपादक वेद आप्तप्रमाण या शब्दप्रमाण की सर्वोत्तम कोटि है।
- इसका तात्पर्य है-शब्दप्रमाण से जाने गए जिस अर्थ को प्रत्यक्ष प्रमाण से भी जाना जा सके, वह दृष्टार्थ है ;
- क्योंकि इसमें जो ज्ञान होता है, वह केवल शब्दों के द्वारा होता है, पदार्थ के द्वारा नहीं, इसिलिये यह शब्दप्रमाण के अंतर्गत चला जायगा ।
- उदाहरण: तिरोहित अप्रत्यक्ष अग्नि का किसी आप्त (विद्वान, ज्ञानी, सत्य वचन बोलने वाला जिसने उस अग्नि को प्रत्यक्ष जाना है) के निर्देश से शब्दप्रमाण द्वारा बोध हो जाता है।
- हिन्दू धर्म अनुसार आर्षयुग में ब्रह्माऋषिदेव: कोटी से लेकर जैमिनि तक के ऋषि-मुनियोंने शब्दप्रमाण के रूप में इन्हीं को माने हैं और इनके आधार पर अपने ग्रन्थों का निर्माण भी किये हैं।
- अन्य प्रमाण के बिना जो अर्थ केवल शब्द्प्रमाण से जाना जाये, वह अदृष्टार्थ शब्द-प्रमाण कहा जाता है.यह शब्दप्रमाण का विभाग वस्तुतः वैदिक वाक्य और लौकिक वाक्य के आधार पर है.
- उदाहरण: तिरोहित अप्रत्यक्ष अग्नि का किसी आप्त (विद्वान, ज्ञानी, सत्य वचन बोलने वाला जिसने उस अग्नि को प्रत्यक्ष जाना है) के निर्देश से शब्दप्रमाण द्वारा बोध हो जाता है।