शारिपुत्र वाक्य
उच्चारण: [ shaariputer ]
उदाहरण वाक्य
- यह सर्वज्ञताज्ञान प्राप्त कराने वाली देशना भगवान ने शारिपुत्र आदि को जो पहले नहीं दीं, यह उनका उपायकौशल्य है।
- क्या शारिपुत्र, उस पिता ने तीनों यानों को बताकर एक ही ' महायान ' दिया, इसमें क्या उनका मृषावाद है?
- “नहीं, तथागत. इस प्रकार तो आप इन गांठों को और अधिक सघन और सूक्ष्म बना देंगे और ये कभी नहीं खुलेंगीं”, शारिपुत्र ने कहा.
- सब यही सोचेंगे कि भला इसमें क्या असामान्य बात ठहरी, किन्तु गौतम बुद्ध के शिष्य शारिपुत्र ने इस पर कुछ ऐसी टिपण्णी की:
- तुम्हें क्या लगता है, शारिपुत्र, इस प्रकार खींचने पर क्या मैं इन गांठों को खोल पाऊंगा? ” “ नहीं, तथागत.
- सब यही सोचेंगे कि भला इसमें क्या असामान्य बात ठहरी, किन्तु गौतम बुद्ध के शिष्य शारिपुत्र ने इस पर कुछ ऐसी टिपण्णी की:
- इस प्रकार तो आप इन गांठों को और अधिक सघन और सूक्ष्म बना देंगे और ये कभी नहीं खुलेंगीं ”, शारिपुत्र ने कहा. “
- बुद्ध ने उनसे पूछा, “कोई मुझे यह बता सकता है कि क्या यह वही रूमाल है जो गांठें लगने के पहले था?” शारिपुत्र ने कहा, “इसका उत्तर देना कुछ कठिन है.
- बुद्ध ने उनसे पूछा, “ कोई मुझे यह बता सकता है कि क्या यह वही रूमाल है जो गांठें लगने के पहले था? ” शारिपुत्र ने कहा, “ इसका उत्तर देना कुछ कठिन है.
- शारिपुत्र के बारे में व्याकरण सुनकर जब वहाँ उपस्थित 12 हज़ार श्रावकों को विचिकित्सा उत्पन्न हुई तब उसे हटाते हुए भगवान ने तृतीय औपम्यपरिवर्त में एक उदाहरण देते हुए कहा कि किसी महाधनी पुरुष के कई बच्चे हैं, वे खिलौनों के शौकीन हैं।