शिवराय वाक्य
उच्चारण: [ shiveraay ]
उदाहरण वाक्य
- उन्मत्त रावण के लिए जैसे प्रभु रामचंद्र, क्रूर कंस के लिए जैसे भगवान श्रीकृष्ण, वैसे यवनों के लिए छत्रपति शिवराय हैं '-कवि भूषण
- पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में केंद्रीय सरकार की टीम से गांव बचाओं आंदोलन के सदस्यों ने मिल कर सेमरा व शिवराय का पूरा के समाप्त होते अस्तित्व पर चिंता जताई।
- मुहम्मदाबाद संवाददाता के अनुसार क्षेत्र के बच्छल का पुरा, बड़कीधारा, हरिहरपुर, सुल्तानपुर, गौसपुर, शिवराय का पुरा, सेमरा, तथा आगे के कई घाट कटान के कारण बहुत खतरनाक हो गए है।
- बिचव्याच्या घावाने खाली पडलेल्या अफजलखानावर, जसे नरेन्द्र अरीन्द्रावर बसतो किंवा मृगेंद्र गजेन्द्रावर बसतो तद्वतच शिवराय (अफजलवर) बसले. उपर्यूक्त छंदाचे वैशिष्ट्य असे की भूषण असे लिहितो की शिवरायांनी अफजलवधासाठी बिचवा वापरला.
- इस प्रकार का कहवा कर्नाटक में बाबाबदून, केरल के उत्तरी और दक्षिणी कुर्ग, अन्नामलाई, कनान-देवन्स, तमिलनाडु में शिवराय, नीलगिरि, वायनाद, नेलियमति और बेलगिरि में बोया जाता है।
- ' ठाकरे ने आगे कहा, ‘ बिहार के नेता अपने मुंह की डफली न बजायें, नहीं तो ठाकरे बिहार के नहीं बल्कि असल महाराष्ट्र के तथा शिवराय के रक्तमांस के हैं, यह दिखा देना पड़ेगा।
- आज से शुरू हो रहा सामना इन हाथों के लिए जबर्दस्त लड़ाई लड़ेगा और आनेवाले दिनों में महाराष्ट्र की विधानसभा पर शिवराय का भगवा झंड़ा मां जगदंबा के आशीर्वाद और महाराष्ट्र के साधु-संतों की साक्षी में हम पूर मजबूती से फहराएंगे।
- लाखो हिंदुंना बळाने मुसलमान केले, इतकेच काय, प्रत्यक्ष काशी विश्वनाथ भयभीत होउन पळाले, महादेवाची अशी त्रेधा उडाली तेथे इतरांची काय कथा? अशा भयाण वेळी जर शिवराय नसते तर चारही वर्णांना आपापले धर्म सोडून नमाज पढावा लागला असता व सर्व हिंदुंची सुंता झाली असती.
- अब तक हुए अनुसंधानों से तो लगता है कि 1857 ने लगभग 50 साल तक हिंदी साहित्य को सहमाए रखा | भूषण, पद्रमाकर रामकवि, कवि शिवराय, सूरजमल जैसी वाणी अगले लगभग पाँच दशकों तक सुनने को ही नहीं मिली | यहाँ भारतेंदु की-
- लाखो हिंदुंना बळाने मुसलमान केले, इतकेच काय, प्रत्यक्ष काशी विश्वनाथ भयभीत होउन पळाले, महादेवाची अशी त्रेधा उडाली तेथे इतरांची काय कथा? अशा भयाण वेळी जर शिवराय नसते तर चारही वर्णांना आपापले धर्म सोडून नमाज पढावा लागला असता व सर्व हिंदुंची सुंता झाली असती. गर सिवाजी न होते तो............... देवल गिराविते, फिराविते निसान अली ।