शिव स्वरोदय वाक्य
उच्चारण: [ shiv sevrodey ]
उदाहरण वाक्य
- शिव स्वरोदय-शरीर में स्थित नाडियां आचार्य परशुरामराय प्रस्तुत अंक में शरीर में स्थित नाडियों के विषय में शिवस्वरोदय में वर्णित तथ्य दिए जा रहे हैं।
- संज्ञा पक्ष में आएँ तो स्वर शास्त्र (आंतरिक नाड़ी विद्या एवं फलादेश) है तो सौर परंपरा का लेकिन अब वह शिव स्वरोदय नाम से जाना जाता है।
- शिव स्वरोदय तो यहाँ तक कहता है कि स्वरोदय विज्ञान से रहित ज्योतिषी की वही दशा होती है जैसे बिना स्वामी के घर, शास्त्र विहीन मुख और सिर के बिना शरीर की।
- 1890 कृतियाँ षट ऋतु वर्णन, नायिका-भेद, वर्णन, गंगाजी का वर्णन) मथुरादास लंकेश (सं. 1895, कालपी, कृतियांँ-रावण दिग्विजय, रावण वृन्दावन यात्रा, रावण शिव स्वरोदय, दोहावली) गंगाधर-व्यास (सं.1899, छतरपुर, कृतियां नीति मंजरी, विश्वनाथ पताका, व्यंगपचासा गोमहात्म्य, भरथरी) आदि ने इस काल को सुशोभित किया ।