शीबा असलम फ़हमी वाक्य
उच्चारण: [ shibaa aselm fehemi ]
उदाहरण वाक्य
- शीबा असलम फ़हमी का आलेख: जेंडर जिहाद-सब धान बाइस पंसेरी?
- तय समय पर हम सब (दिलीप मंडल, रजनीश, अरविन्द शेष, शीबा असलम फ़हमी और पूनम तुषामड़)
- (शीबा असलम फ़हमी का लोकप्रिय स्तंभ हंस में पिछले कुछ अंकों से सिलसिलेवार जारी है.
- शीबा असलम फ़हमी के ख़िलाफ़ दर्ज़ हुए मामले का सोशल मीडिया पर विरोध भी शुरु हो गया है.
- शीबा असलम फ़हमी ने ब्लॉग, ट्विटर आदि नए माध्यमों का मूल्यांकन करने में जल्दबाज़ी नहीं करने की सलाह दी।
- इस्लाम में नारी की स्थिति पर शीबा असलम फ़हमी अपने एक लेख में लिखती हैं, ” तसलीमा ही नहीं आज [...]
- सेमीनार के पांच प्रमुख वक्तावों में एक महिला लेखिका थीं शीबा असलम फ़हमी जो हंस में नियमित रूप से लिखती हैं.
- दिल्ली की एक अदालत के आदेश पर पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता और शोध छात्रा शीबा असलम फ़हमी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है.
- शीबा असलम फ़हमी जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय दिल्ली में शोध छात्रा हैं और, महिलाओं एवं आम आदमी के मसलों पर खूब लिखती हैं
- तय समय पर हम सब (दिलीप मंडल, रजनीश, अरविन्द शेष, शीबा असलम फ़हमी और पूनम तुषामड़) वहां पहुंचे.