श्रीलाल शुक्ला वाक्य
उच्चारण: [ sherilaal shukelaa ]
उदाहरण वाक्य
- आर वर्धन • पद्मा देसाई • श्यामा चोना • बृजेंद्रनाथ गोस्वामि • जी ज़ियानलिन • कौशिक बसु • श्रीलाल शुक्ला • रविंद्र कालेकर • टी के ऊमन •
- शताब्दी के अंत की बात अपने एक लेख में श्रीलाल शुक्ला जी ने लिखी है-‘लगता है कि गांवों से निकलकर यह प्रथा शहर के संभ्रांत वर्गों में आ गई है.
- शताब्दी के अंत की बात अपने एक लेख में श्रीलाल शुक्ला जी ने लिखी है-‘ लगता है कि गांवों से निकलकर यह प्रथा शहर के संभ्रांत वर्गों में आ गई है.
- श्रीलाल शुक्ला जी ने अपने कालजयी उपन्यास ' राग दरबारी' में भारतीय शिक्षा व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था सड़क पर बैठी हुई कुतिया के समान है, जिसका मन हुआ उसे लात मार देता है।
- अमर महाकाव्य ' राग दरबारी ' के लेखक श्रीलाल शुक्ला जी ने वकील के बाप के मुंह से एक वेदवाक्य कहलवाया है: “ जूता तो चलते रहना चाहिये ; जब तक बदमाश की खोपडी पर एक भी बाल है, जूता चलते रहना चाहिये. ”
- इन शब्दों के साथ शेष नाथ सिंह ने ' राग दरबारीय ' विधा में मेरा ' शिवपाल गंज ' में अभिवादन और स्वागत किया, जब मैंने उन्हे बताया कि मैनें अभी-अभी दिवंगत श्रीलाल शुक्ला की कालजयी कृति राग दराबारी का रस स्वादन शुरू करा है ।