संगीत रत्नाकर वाक्य
उच्चारण: [ sengait retnaaker ]
उदाहरण वाक्य
- शार्ङगदेव कृत संगीत रत्नाकर के अनुसार नृत्य का पात्र नारी ही हो सकती है।
- {संगीत रत्नाकर} के अनुसार-“ विशिष्ट-वर्ण-सन्दर्भमलंकार प्रचक्षते” अर्थात, नियमित वर्ण समूह को अलं...
- {संगीत रत्नाकर} के अनुसार-“ विशिष्ट-वर्ण-सन्दर्भमलंकार प्रचक्षते” अर्थात, नियमित वर्ण समूह को अलं
- संगीत रत्नाकर में कुल सात अध्याय हैं और ये चार खण्डों में प्रकाशित है।
- शार्ङगदेव कृत संगीत रत्नाकर के अनुसार नृत्य का पात्र नारी ही हो सकती है।
- संगीत रत्नाकर मेंमत्त कोकिला के संबंध में निम्नलिखित वचन कहे गये हैः--तन्त्रीणमेकविशत्या कीर्तिता मत्तकोकिला.
- भरतमुनि के नाट्यशास्त्र के बाद संगीत रत्नाकर ऐतिहासिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है।
- {संगीत रत्नाकर} के अनुसार-“ विशिष्ट-वर्ण-सन्दर्भमलंकार प्रचक्षते” अर्थात, नियमित वर्ण समूह को अलंकार कहते हैं ।
- कुंभा ने चण्डीशतक की व्याख्या, गीतगोविन्द की रसिकप्रिया टीका और संगीत रत्नाकर की टीका भी लिखी थी।
- भरत् नाट्य शास्त्र के बाद शारंगदेव रचित संगीत रत्नाकर, ऐतिहासिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है।