संतोख सिंह धीर वाक्य
उच्चारण: [ sentokh sinh dhir ]
उदाहरण वाक्य
- टीआर विनोद की साहित्यिक मूल्यांकन लोगों के दिलों पर स्थायी प्रभाव डालने वाली थी तो संतोख सिंह धीर ने भी साहित्यिक जगत को कई अनमोल रचनाएं प्रदान कीं।
- पंजाबी के प्रख्यात कहानीकार-कवि संतोख सिंह धीर का जन्म पटियाला ज़िला के बस्सी पठाना में 2 दिसम्बर 1920 में हुआ था और निधन 8 फरवरी 2010 को चंडीगढ़ में।
- संतोख सिंह धीर कहते हैं, 'यह कहना ठीक नहीं है क्योंकि अमृता को उनकी रचनाएँ अनूदित करवाने का मौका मिला जो मोहन सिंह और बटालवी को उनके समय में नहीं मिल पाया।
- टीआर विनोद की साहित्यिक मूल्यांकन लोगों के दिलों पर स्थायी प्रभाव डालने वाली थी तो संतोख सिंह धीर ने भी साहित्यिक जगत को कई अनमोल रचनाएं सत्यजीत को मिला पाटलीपुत्र नाट्य सम्मान जगदलपुर।
- संत सिंह सेखों, सुजान सिंह, दुग्गल, संतोख सिंह धीर, महिन्दर सिंह सरना, कुलवंत सिंह विर्क लेखक पंजाबी कहानी को विश्व स्तर की कहानी तक पहुँचाने में कामयाब रहे।
- पंजाबी रचनाकार डॉ. संतोख सिंह धीर कहते हैं, ' यह कहना ठीक नहीं है क्योंकि अमृता को उनकी रचनाएँ अनूदित करवाने का मौका मिला जो मोहन सिंह और बटालवी को उनके समय में नहीं मिल पाया।
- वर्ष 1996 में कहानी संग्रह ' ' पाखी '' के लिए साहित्य अकादमी अवार्ड, और वर्ष 2004 में शिरोमणि साहित्यकार अवार्ड, पंजाबी से भी सम्मानित संतोख सिंह धीर ने अपनी माँ-बोली पंजाबी भाषा की झोली में 50 से अधिक पुस्तकें डाली हैं।
- यही वजह है कि सुजान सिंह, संत सिंह सेखो, संतोख सिंह धीर, गुरदयाल सिंह, संतराम उदासी, लाल सिंह दिल, गुरदास राम आलम, बलबीर माधोपुरी आदि रचनाकार अपनी रचनाओं के माध्यम से दलित मनुष्य के जीवन यथार्थ को चित्रित करते आ रहे हैं।
- सन् 1956 या 57 के आसपास मैंने जालंधर में संतोख सिंह धीर से पूछा था, '' बड़े भाई, अगर कहे तो मैं तेरा रेखा-चित्र भापा प्रीतम सिंह की पत्रिका ' आरसी ' के लिए लिख दूँ? '' '' लिख ले, यदि तेरा दिल करता है।