सत्यकेतु विद्यालंकार वाक्य
उच्चारण: [ setyeketu videyaalenkaar ]
उदाहरण वाक्य
- किन्तु “ पाचजन्य ” ने इस संदर्भ में जुलाई से सितम्बर, १ ९ ५ ९ में ही जयप्रकाश नारायण, के. ए. मुंशी, मीनू मसानी, मेहरचंद महाजन, सत्यकेतु विद्यालंकार आदि अधिकारी विद्वानों के लेखों की एक श्रृंखला प्रकाशित की थी, जिसमें वर्तमान संविधान की अपूर्णता पर प्रकाश डालते हुए उसके पुनर्निरीक्षण की आवश्यकता पर बल दिया गया था।
- सत्यकेतु विद्यालंकार ने बड़े गर्व से लिखा है:-' अरबों की जिन सेनाओं ने पूर्वी रोमन साम्राज्य और पर्शियन साम्राज्य की शक्ति को धूल में मिला दिया था, ईजिप्ट और उत्तरी अफ्रीका को जीतकर यूरोप में स्पेन की भी जिन्होंने विजय कर ली थी और मध्य एशिया के बौद्घ राज्य भी जिनके सामने नही टिक सके थे, वे भारत को जीत सकने में असमर्थ रहीं।
- 9 मित्र मिश्र ने ‘ वीरमित्रोदय ' में नैगम को परिभाषित करते हुए कहा है कि, पौर वणिकों को नैगम कहते हैं.10 वैधानिक दृष्टि से नैगम आधुनिक जायंट स्टा॓क कंपनी के अनुरूप होते थे. डा॓. सत्यकेतु विद्यालंकार के विचार भी दृष्टव्य हैं-‘ जायंट स्टा॓क कंपनी के ढंग से संगठित होकर व्यापारी लोग अपने जो समूह बनाते थे, उनकी संज्ञा ‘ संभ्भूय समुत्थान ' थी. पर शिल्पियों की श्रेणियों के समान व्यापारियों के समूह भी विद्यमान थे, जिन्हें ‘ निगम ' कहा जाता था ….