सन्धिनी वाक्य
उच्चारण: [ sendhini ]
उदाहरण वाक्य
- सन्मुख ने कभी नहीं कहा कि वह क्यों बीमार पड़ जाता है और सन्धिनी ने कभी नही कहा कि वह क्यों रुक जाती है।
- सन्धिनी ने एकदम वीटो लगा दिया था, ‘‘ अमेरिका जाओगे तो मुझे पूरी तरह भुलाकर और मुझसे सारे लगाव खत्म करके जाना होगा।
- बेटे के रुख से सन्धिनी भाभी की विवेक ग्रन्थि यह स्पार्क देने लगी कि मुम्बई और न्यूयार्क में शायद अब कोई फर्क नहीं रह गया है।
- सन्धिनी ने महसूस किया जैसे कोई अवांछित और दमघोंटू जलावेग उसके नाक से ऊपर पहुँच गया हो-दोनों एक अर्से से एक-दूसरे को प्यार कर रहे हैं.....
- श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (१९६५), यामा (१९३६), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
- श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (१९६५), यामा (१९३६), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
- श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (1965), यामा (1936), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
- श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (१९६५), यामा (१९३६), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
- श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (1965), यामा (1936), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
- सन्धिनी इसी मुद्दे पर अटक जाती थी, ‘‘ तुम्हें या किसी को भी बहुत क्यों चाहिए? जहाँ करोड़ों बेरोजगार हैं और उनकी कोई आय नहीं, वहाँ मुटे्ठी-भर लोगों को इतनी बड़ी आमदनी क्यों? पहाड़ और खाई के इस अन्तर से क्या कभी खुशहाल और शान्त रह सकता है?