सहभागी लोकतंत्र वाक्य
उच्चारण: [ shebhaagai loketnetr ]
उदाहरण वाक्य
- पाश्चात्य लोकतांत्रिक देशों में चुनाव के साथ-साथ [...] गाँधी और स्वराज केन्द्रित प्रतिनिधिक लोकतंत्र ठाकुरदास बंग विकेन्द्रित सहभागी लोकतंत्र शंका एवं समाधान ठाकुरदास बंग
- भारत के प्रतिनिधित्वात्मक लोकतंत्र की मियाद अब पूरी हो रही है, अब इसके सहभागी लोकतंत्र में तब्दील होने के आसार नजर आ रहे हैं।
- नीतियों के कार्यान्वयन के मामले में भारत में हमारा अनुभव रहा है कि जमीनी स्तर पर सहभागी लोकतंत्र सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण का एक महत्वपूर्ण एजेंट है।
- हम सहभागी लोकतंत्र की बहस करते हैं पर यह भूल जाते हैं कि हमारी ४ ३ फीसदी आबादी १ ८ साल से कम उम्र की है.
- अंतिम भाग के तीनों लेख बाजारोन्मुंख या सहभागी लोकतंत्र वैकल्पिक राजनीति के आयाम और जमीनी आन्दोंलनों की परिघटना तथा मानवाधिकार: दुविधा और चुनौती मौजूदा विमर्श में बेहद प्रासंगिक हैं ।
- बस, इसी ध्रुवीकरण को टालने के लिए ही कांग्रेस स्वराज या सहभागी लोकतंत्र के मूलमंत्र ' पावर टु ए बिलियन पीपल ' को अपना कहकर परोसने की फिराक में है।
- “लोक” में यह स्पष्ट कर देगा कि वर्त्तमान संसदीय लोकतंत्र अब नाकाफी है और “हम भारत के लोग” प्रतिनिधि लोकतंत्र की राह छोड़कर भविष्य में सहभागी लोकतंत्र की राह पकड़ने वाले हैं |
- 1 ब्राजील स्थित इसकी प्रवक्ता के अनुसार पोर्टो अलेग्रे का चयन इसलिए किया गया था क्योंकि आर्थिक रूप से विकसित होने के साथ ही सहभागी लोकतंत्र के लिए संदर्भ बिंदु के रूप में वहां जीवन की गुणवत्ता उत्कृष्ट है और कोई नया व्यापार शुरू करने के लिए वहां स्थितियां अच्छी हैं।
- क्या एक ऐसी लोकतांत्रिक असहिष्णुता से हम या हमारा प्रबुद्ध भारतीय समाज एवं उसका बुद्धिजीवी वर्ग एक आधुनिक लोकतांत्रिक राष्ट्र-राज्य के खम्भों को मजबूत कर पायेगा? क्या एक ऐसे असहिष्णु, असंवेदनशील (संवेदनाओं के धरातल पर) यह भारतीय लोकतंत्र एक स्थायी सहभागी लोकतंत्र बन पायेगा? ऐसे अनेकों सवाल, शंकाएं ईरोम चानू के संघर्ष के गर्भ से खड़ी होती हैं जिसे आज न कल बिना विमर्श में लाये हम भारतीय लोकतंत्र या इस भारतीय लोकतंत्र की परिधि में बनता राष्ट्र-राज्य शायद ही मजबूत बना पायें।