साहिबाँ वाक्य
उच्चारण: [ saahibaan ]
उदाहरण वाक्य
- सारी दुनिया में प्रेमियों की दुखभरी दास्ताने हमेशा से ही बहुत लोकप्रिय रही हैं-लैला मजनू, शीरीं फरहाद, मिर्ज़ा साहिबाँ, हीर राँझा आदि.
- २सा: (रात भर मुआ)-२ सोने न देता ता थैया करावे घड़ी-घड़ी-२कि: अरे सात सहेलियाँ...ऐ साहिबाँ हाँ-हाँएक सहेली का मियाँ शराबीको: मियाँ शराबीकि: हे
- (बेला ' ४ ७), “ आई मिलन की बहार रे आ जा साँवरिया ” (नैया ' ४ ७), “ सामने गली में मेरा घर है पता मेरा भूल ना जाना ” (मिर्ज़ा साहिबाँ ' ४ ७) आदि।
- फिर इसके बाद रेडियो से प्लेबैक सिंगर कैसे बने जी. एम. दुर्रानी साहब, यह कहानी हम फिर किसी रोज़ आपको बताएँगे, आइए फ़िल्हाल सुनते हैं दुर्रानी साहब के साथ नूरजहाँ का गाया फ़िल्म ' मिर्ज़ा साहिबाँ ' का यह युगल गीत।
- जी हाँ, नूरजहाँ और जी. एम. दुर्रानी की युगल आवाज़ों में १ ९ ४ ७ की फ़िल्म ' मिर्ज़ा साहिबाँ ' का “ हाथ सीने पे जो रख दो तो क़रार आ जाये, दिल के उजड़े हुए गुलशन में बहार आ जाये ” ।
- मैं होता न कहीं। ' ' वाह रो माणकू! तू तो मिर्ज़ा है मिर्ज़ा! ' ' मिर्ज़ा तो हूँ ही, अगर कहीं साहिबाँ ने मरवा न दिया तो! ' और फिर माणकू अपनी रत्नी को छेड़ता, ' देख रत्नी, साहिबाँ न बनना, हीर बनना।
- मैं होता न कहीं। ' ' वाह रो माणकू! तू तो मिर्ज़ा है मिर्ज़ा! ' ' मिर्ज़ा तो हूँ ही, अगर कहीं साहिबाँ ने मरवा न दिया तो! ' और फिर माणकू अपनी रत्नी को छेड़ता, ' देख रत्नी, साहिबाँ न बनना, हीर बनना।
- सन् १ ९ ४ ६ की ' अरब का सितारा ' एवं ' सर्कस किंग ' फ़िल्मों से अपना फ़िल्मी जीवन शुरु करने के बाद सन् १ ९ ४ ७ की ' मिर्ज़ा साहिबाँ ' के गीत “ सामने गली में मेरा घर है ” पर नृत्य करके उनकी ख्याती चारों ओर फैल गयी।