सुशील पंडित वाक्य
उच्चारण: [ sushil pendit ]
उदाहरण वाक्य
- सन २ ०० १ में हिंदुस्तान का बनारस संस्करण निकला, तभी एक दशक का बड़ा होना भूलकर हमेशा के लिए वे मेरे सुशील पंडित हो गए।
- बनारस के सुशील पंडित बस पत्रकार ही नहीं थे जो एक बार माथे पर प्रेस की चिप्पी लग जाने के बाद काठ से तटस्थ और पत्राकार हो जाते हैं।
- तो यही सुशील पंडित एक अक्तूबर को कैमूर की पहाड़ियों में बुद्ध के पैरों के निशान के मिथक की पड़ताल करने गए थे और एक पहाड़ी से रपट कर तीस फीट नीचे खाई में आ गिरे।
- हिंदुस्तान फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष सुशील पंडित और निदेशक डी के बोस ने टीम लांच करते हुए कहा कि आई लीग चैंपियनशिप में पहली या दूसरी डिवीजन के किसी भी क्लब के पास अपनी महिला फुटबॉल टीम नहीं है।
- अदालत ने इससे पहले राय और गिलानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने वाली सुशील पंडित की 28 अक्तूबर की शिकायत पर उचित स्थिति रिपोर्ट दायर करने में विफल रहने के लिए पुलिस की खिंचाई की थी।
- शनिवार को एक स्थानीय अदालत ने दिल्ली पुलिस को सुश्री राय के खिलाफ ‘प्रथम सूचना रिपोर्ट ' दर्ज करने का आदेश दिया है, सुशील पंडित द्वारा अदालत में दायर की गयी एक याचिका के सिलसिले में यह आदेश दिया गया है।
- सुशील पंडित को बताया तो बोले तौलिया, एक तरह से बड़ी खबर है क्योंकि कनहर डैम के विस्थापितों के पक्ष में वे जो बोले उसका कोई रिस्पांस कहीं से नहीं आएगा, तौलिया पर कुछ लिखो फिर देखो मजा।
- रांची। प्रदेश भाजपा के नेताओं को मीडिया ट्रेनिंग देने के लिए पार्टी ने दिल्ली से विशेष प्रशिक्षकों को रांची बुलाया है। तीन प्रशिक्षक विकास सांकृत्यायन, कुणाल कपूर व सुशील पंडित शुक्रवार को रांची पहुंच गए हैं। ये शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में राज्य के सभी जिलों से आए नेताओं को प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रवींद्र राय करेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र ने बताया कि कार्यशाला में प्रत्येक जिले से पांच-पंच कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है।
- फोटोग्राफर ही नहीं थे कि बस आंख से काम लें, उनके हाथ-पैर राजनीतिक-सामाजिक सरोकारों के साथ चलते थे।..... अब भी जब कि जनता सिर्फ सबजेक्ट है जिसे मारकेटिंग की कीमियागिरी से पाठक-दर्शक में बदलकर माल बेचना है, सुशील पंडित खुद को इसी जनता का हिस्सा मानते रहे और उसे अपने से अलहदा विषय-वस्तु स्वीकार करने को कभी तैयार नहीं हुए।......... बहुत लोगों के लिए तो वे बस स्कूटर पर जाता हुआ, पान घुलाए एक दाढ़ीधारी कौतुक थे जिसकी चार आंखें थी।