सूरदास के पद वाक्य
उच्चारण: [ suredaas k ped ]
उदाहरण वाक्य
- प्रस्तुति का प्रारम्भ सूरदास के पद ‘ अंखिया हरिदर्सन को प्यासी ' के गायन से हुआ।
- अभी फिल्मी गीत गुनगुनाता है, कल बेकसी का मारा सूरदास के पद गाएगा कि अब मैं नाच्यो बहुत गोपाल।
- मैंने सूरदास के पद ' मो सम कौन कुटिल, खल, कामी? ' से प्रभावित होकर अपने ब्लॉग का नाम ' मो सम कौम? ' रखा था।
- रस और वक्रोक्ति की कसौटी पर क्रमशः सूरदास के पद ' मधुवन, तुम कत रहत हरे' और सुमित्रानंदन पंत की कविता 'उच्छ्वास' के विवेचन द्वारा उन्होंने इस समीक्षा प्रणाली को सोदाहरण स्पष्ट किया.
- कवि की एक अन्य पैरोडी रचना कविवर सूरदास के पद ‘ मधुकर! कौन देश को वासी ' पर अवलम्बित है, जिसमें आधुनिक नेताओं पर करारा कटाक्ष प्रस्तुत किया गया है-
- यह ' सूरसागर' के रचयिता सूरदास की लोकप्रियता और महत्ता का ही प्रमाण है धर्म-दर्शन कवि सूरदास के पद प्रस्तुत हैं कृष्ण भक्त कवि सूरदास जी द्वारा श्रीकृष्ण की बाल लीला का अद्भुत वर्णन।
- प्रवीण जी आप की लेखनी की लिखि मनोंन्माद भरने वाली है, या तो मुझे सूरदास के पद अच्छे लगे या फिर आप की रचना पड़ने के बाद जो अनुभूति हुई उसकी व्याख्या नहीं कर सकता
- रस और वक्रोक्ति की कसौटी पर क्रमशः सूरदास के पद ' मधुवन, तुम कत रहत हरे ' और सुमित्रानंदन पंत की कविता ' उच्छ्वास ' के विवेचन द्वारा उन्होंने इस समीक्षा प्रणाली को सोदाहरण स्पष्ट किया.
- दुनियादार लोगों की वासना और तिरस्कार की आदी स्त्री को पवित्र सन्यासी का यह तिरस्कारपूर्ण रवैया बहुत गहरे चुभा और यह चुभन उसने व्यक्त की, सूरदास के पद में, “ प्रभु मोरे अवगुन चित न धरो ।
- आज नवभारत टाईम्स के पहले पेज पर दो पर्दानशीं हिन्दुस्तानी लड़कियों की गोद में, बाल कृष्ण को, मोर मुकुट, पीले वस्त्र, लंबा तिलक धारण किए, देखा तो बरबस ही भक्त सूरदास के पद याद आ गए! ” अखियाँ हरि दर्शन की प्यासी ।